बक्सर : भारतीय रेलवे भले ही व्यवस्थाओं को लेकर बड़े-बड़े दावे करे, लेकिन बिहार मेंसिपाही भर्ती परीक्षा के दौरान स्याह हकीकत देखने को मिली है. परीक्षा देने के लिए बक्सर आए छात्र यहां के रेलवे स्टेशन पर बेबस दिखे.
रेल प्रशासन की ओर से बेहतर सुविधा न होने की वजह से छात्रों को मजबूरी में रेल अधिनियमों को नजरअंदाज करना पड़ा. ऐसे में छात्रों को घर पहुंचने के लिए ट्रेन के इंजन से लेकर पौदानों पर खड़े होकर सफर करना पड़ा.
छात्रों के मुताबिक घर जाने के लिए उनके पास कोई और रास्ता नहीं था. इसलिए उन्हें ऐसा करना पड़ा. वहीं, छात्रों की भारी भीड़ के आगे रेल प्रशासन भी बेबस दिखा.
बक्सर की ट्रेनों में भीड़ पर ईटीवी भारत की रिपोर्ट 'स्पेशल परीक्षा ट्रेन चलवानी चाहिए'
आरपीएफ इंस्पेक्टर जवाहर लाल ने कहा छात्रों को सुरक्षित भेजने के लिए हम कोशिश कर रहे हैं. वहीं, ट्रेन के इंजनों पर खड़े होकर सफर कर रहे छात्र पवन कुमार और रोहित ने बताया कि हमें रात से ही बैठने तक की जगह नहीं मिल पाई है. पूरी रात खुले आसमान के नीचे गुजारने के बाद परीक्षा खत्म होते ही सबको घर जाना था, लेकिन ट्रेन के अलावा दूसरा साधन नहीं मिल रहा था. ऐसे में जिसको जहां जगह मिली वह वहीं खड़ा होकर चल दिया. छात्रों ने कहा कि सरकार को इस विषय पर सोचना चाहिए. इस तरह की परीक्षाओं के वक्त स्पेशल ट्रेन चलानी चाहिए.
बक्सर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ अधिकारियों के सामने उड़ीं रेल नियमों की धज्जियां
बता दें कि 29 परीक्षा केंद्रों पर 16 हजार से अधिक छात्र सिपाही भर्ती परीक्षा में शामिल हुए. परीक्षा देने के बाद घर लौट रहे छात्र रेल अधिकारियों के सामने ही बक्सर स्टेशन पर रेलवे के नियमों की धज्जियां उड़ाते नजर आए. छात्रों की भीड़ की वजह से बक्सर रेलवे स्टेशन से लेकर पूरे शहर में जाम की स्थिति बनी रही. इसको लेकर जब आरपीएफ के प्रभारी इंस्पेक्टर जवाहर लाल से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि छात्रों को सुरक्षित घर भेजने लिए रेल पुलिस लगातार कोशिश कर रही है.