बेंगलुरू: आईएमए घोटाले में शामिल कांग्रेस विधायक रोशन बेग को गिरफ्तार कर लिया गया था. रोशन पिछले हफ्ते कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुए थे. उन्हें मुंबई जाने के दौरान बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एसआईटी की टीम ने हिरासत में लिया था. फिलहाल उन्हे राहत मिल गई है पूछताछ के बाद वे घर लौट गए है. 19 जुलाई को फिर एक बार पूछताछ होगी.
हवाई अड्डे पर गिरफ्तार हुए रोशन बेग रोशन बेग के छूटने से पहले ही उनके वकील ने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर एसआईटी से जवाब मांगा है. उन्होंने सवाल खड़े किए हैं कि किस आधार पर बेग को हिरासत में लिया गया है.
बेग के वकील ने दाखिल की याचिका. एसआईटी ने कहा कि रोशन बेग को पूछताछ के लिए गिरफ्तार किया गया. वे चार्टर्ड फ्लाइट से मुंबई के लिए रवाना हो रहे थे. जब उनसे पूछा गया कि वे कहा जा रहे थे तो उन्होंने दो अलग-अलग जवाब दिए हैं. चार्टर फ्लाइट की पैसेंजर लिस्ट के अनुसार फ्लाइट पुणे जा रही थी. बेग को पहले ही एसआईटी ने 19 जुलाई को पेश होने का नोटिस दिया था.
मामले के सामने आने के बाद एचडी कुमारस्वामी ने ट्वीट किए. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि आज एसआईटी की जो टीम आईएमए मामले की जांच कर रही है उसने रोशन बेग को बीआईएएल एयरपोर्ट से हिरासत में लिया है. इस दौरान उनके साथ बीएस येदियुरप्पा के पीए संतोष भी विमान में थे. एसआईटी ने बताया कि संतोष टीम को आता देख भाग निकले, जिसके के कारण बेग ही पकड़े गए.
एचडी कुमारस्वामी का ट्वीट . बीजेपी विधायक योगेश्वर उस दौरान वहां मौजूद थे. ये शर्ममनाक है कि कर्नाटक बीजेपी पूर्व मंत्री को भगवा रही है, जिसके खिलाफ इस मामले में पहले से जांच चल रही है. इससे ये साफ हो जाता है कि किस तरह बीजेपी विधायकों की खरीद-फरोख्त कर सरकार को कमजोर करने में लगी है.
एचडी कुमारस्वामी का ट्वीट . बता दें कि आईएमए ने कथित तौर पर बड़ी संख्या में निवेशकों को धोखा दिया है. लोगों से प्रभावशाली रिटर्नस का वादा किया गया था, जो लोगों को नहीं मिला. इसके संस्थापक मंसूर खान ने पिछले महीने कुछ राजनेताओं और गुंडों द्वारा 'उत्पीड़न' के कारण आत्महत्या की धमकी दी धी. इस धमकी के बाद वे कुछ निवेशकों को ऑडियो क्लिप भेजने के बाद नौ दो ग्यारह हो गए.
उसके बाद खान ने 23 जून को YouTube पर एक वीडियो भी जारी किया था, जिसमें पुलिस से भारत लौटने की व्यवस्था करने का आग्रह किया गया था ताकि वो जांच में शामिल हो सकें. वीडियो में मंसूर खान ने जांच में पूरी तरह से सहयोग करने का वादा किया और कंपनी की संपत्ति को नष्ट करके निवेशकों के पैसे वापस करने का आश्वासन भी दिया.