जबलपुर : मध्य प्रदेश के जबलपुर में रहने वाले 74 साल के बुजुर्ग ने पति-पत्नी के प्रेम की अनूठी मिसाल पेश की है. पत्नी के बीमार होने पर पति ने पूरे घर को अस्पताल में ही तब्दील कर दिया है. जहां वेंटिलेटर से लेकर आईसीयू वार्ड तक सब कुछ मौजूद है. खास बात यह है कि यह शख्स न तो कोई डॉक्टर है और न ही मेडिकल लाइन से इनकी फैमली जुड़ी है. इसके बाद भी रिटायर्ड इंजीनियर ज्ञान प्रकाश ने पत्नी को अच्छी स्वास्थ्य सेवा देने के लिए घर को अस्पताल बना डाला. आश्चर्य की बात यह है कि 74 साल के ज्ञान प्रकाश खुद उसका मैनेजमेंट संभालते हैं.
रिटायर्ड इंजीनियर ज्ञान प्रकाश जबलपुर के जीसीएफ क्वार्टर हाउसिंग सोसायटी अधारताल में रहते हैं. उन्होंने अपनी बीमार पत्नी कुमुदिनी श्रीवास्तव के लिए घर में ही आईसीयू वार्ड बना दिया है. चार साल पहले ज्ञान प्रकाश की पत्नी कुमुदिनी श्रीवास्तव को सांस लेने में हल्की समस्या हुई. इसके बाद उन्होंने अस्पतालों के चक्कर लगाना शुरू किए. उनकी पत्नी को 'रेस्पिरेट्री फैलियर नारकोसिस' नाम की बीमारी है. इस वजह से कुमुदिनी सही तरीके से सांस नहीं ले पातीं और उन्हें इंफेक्शन का भी डर बना रहता है.
ज्ञान प्रकाश के बच्चे विदेश में नौकरी करते हैं. ज्ञान प्रकाश ने अस्पतालों के महंगे बिल और व्यवस्था से परेशान होकर तय किया कि वह घर में ही एक आईसीयू वार्ड बनाएंगे. लिहाजा उन्होंने वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सपोर्ट, सैनिटाइजर जैसी आईसीयू में मिलने वाली तमाम सुविधाएं अपने बेडरूम में लगा ली हैं.
क्या-क्या हैं सुविधाएं?
- पूरे घर में ऑक्सीजन लाइन पड़ी हुई है, ताकि यदि उनकी पत्नी को बेडरूम से बाहर भी निकलना है तो पूरे घर में उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट मिल सके.
- घर में ही पानी को सैनिटाइज करने के लिए एक सिस्टम लगाया गया है.
- 24 घंटे बिजली की व्यवस्था बनाए रखने को सोलर सिस्टम लगाया गया है.
- कार को भी एंबुलेंस जैसा मॉडिफाई किया गया है.
- एक अत्याधुनिक वेंटिलेटर लेकर आए हैं, जिसे उन्होंने अपनी पत्नी के हिसाब से मॉडिफाई करवाया है और बीते 1 साल से लगातार इस मिनी आईसीयू वार्ड में वे अपनी पत्नी को सेवाएं दे रहे हैं.