नई दिल्ली :भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ईटीवी भारत से कहा कि मेट्रो रेल सेवा को शुरू करना चिंता का विषय हो सकता है. इस चिंता का कारण ये है कि बड़े शहर के आस-पास गांव बसे हुए हैं, जिसकी वजह से कोरोना संक्रमण का खतरा और बढ़ जाएगा.
बड़े शहरों के आसपास के गांवों में नए मामले बढ़ जाएंगे जब शहर और गांव के बीच यातायात शुरू हो जाएगा. इसका कारण यह है कि ग्रामीण अपने रोजमर्रा के काम के लिए शहर आते हैं, जिसकी वजह से संक्रमण बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है. साथ ही कई गांव राष्ट्रीय राजमार्ग के पास स्थित हैं. इन सभी वजहों से नए मेट्रो और जिला स्तर पर कोरोना का खतरा और बढ़ जाएगा.
1 सितंबर से लागू होने वाले अनलॉक चरण 4 के दिशानिर्देशों में केंद्र सरकार ने अधिकतम सुरक्षा सावधानियों के साथ 7 सितंबर से मेट्रो रेल को फिर से शुरू करने की अनुमति दी है.
हालांकि अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला है कि COVID-19 हवा के जरिए फैल सकता है. अध्ययनों से पता चलता है कि वायरस एरोसोल के रूप में, विशेष रूप से भीड़भाड़ वाले स्थानों पर लंबे समय तक खराब वेंटिलेशन के कारण रह सकता है.
आईसीएमआर के अधिकारी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छ अस्पतालों का अभाव है. इस वजह से वहां शुरुआती लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सा सेवा लेनी चाहिए. सोशल डिस्टेंसिंग और क्वारंटाइन आवश्यक है.