फरीदाबाद: कोरोना के इलाज में नीम के प्रभाव की जांच करने के लिए ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज की तरफ से शोध शुरू कर दिया गया है. इस शोध में मेडिकल कॉलेज के 250 कर्मचारियों को शामिल किया गया है. जिसमें डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ, हाउसकीपिंग, सुरक्षाकर्मी सहित अन्य स्टाफ को शामिल किया गया है. ये शोध केंद्र सरकार के अधीनस्थ अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान के सहयोग से किया जा रहा है. शोध के परिणाम सकारात्मक होने पर नीम को इलाज में इस्तेमाल किया जा सकेगा.
कोरोनावायरस के संक्रमण की दवा अभी तक नहीं मिल पाई है. मरीजों को एलोपैथिक दवाओं के साथ आयुर्वेद की दवाइयों के साथ इलाज किया जा रहा है. आयुष मंत्रालय की तरफ से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की दवाई भी बांटी जा रही हैं. माना जा रहा है कि नीम भी कोरोना वायरस के लिए काफी कारगर साबित हो सकता है. क्योंकि इसमें एंटीबायोटिक तत्व काफी अधिक होते हैं.
अब नीम से होगा इलाज ?
ईटीवी भारत से बातचीत में ईएसआईसी के कुलपति डॉ. असीम दास ने बताया की शोध में शामिल कर्मचारियों को 26 दिन तक नीम की गोलियों की खुराक दी जाएगी. इस दौरान कर्मचारियों के नाक और मुंह से सैंपल लेकर जांच की जाएगी. उन्होंने बताया कि इस दौरान अगर कोई कर्मचारी पॉजिटिव पाया जाता है तो संबंधित कर्मचारी के शरीर में कोरोना वायरस के प्रभाव की जांच की जाएगी. इस दौरान उसके खून की भी जांच की जाएगी. जिसकी सहायता से मरीज की रोग प्रतिरोधक क्षमता का पता लगाया जाएगा.