नई दिल्ली: भारत सरकार द्वारा 'रेफरेंडम 2020' के तहत मतदाता पंजीकरण वेबसाइटों पर प्रतिबंध लगाने के बाद अलगाववादी समूह सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) ने गूगल प्ले स्टोर पर मतदाता पंजीकरण एप लॉन्च किया है.
प्रतिबंधित संगठन एसएफजे ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के हत्यारे दिलावर सिंह की 25वीं बरसी (अलगाववादी दिलावर को शहीद मानते हैं) के उपलक्ष्य में एप वॉयस पंजाब 2020 लॉन्च किया है.
कांग्रेस नेता बेअंत सिंह 1992 से 1995 तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहे थे. 31 अगस्त, 1995 को तत्कालीन मुख्यमंत्री बेअंत सिंह को चंडीगढ़ के केंद्रीय सचिवालय के बाहर एक बम धमाके में उड़ा दिया गया था. उनके साथ इस आतंकी हमले में 16 अन्य लोगों की जान भी गई थी. इस हमले में पंजाब पुलिस के कर्मचारी दिलावर सिंह ने मानव बम की भूमिका निभाई थी.
गूगल प्ले स्टोर पर यह एप्लिकेशन डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध होने के बाद एसएफजे के इस कदम ने खुफिया और कानून प्रवर्तन एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है.
भारत में लोगों के लिए 'रेफरेंडम 2020' मतदाता पंजीकरण फॉर्म के समान विवरणों को शामिल करते हुए, मोबाइल एप उपयोगकर्ता को भारत विरोधी अभियान के लिए मतदाता के रूप में पंजीकरण करने की सुविधा प्रदान करता है.
संयुक्त राष्ट्र चार्टर का हवाला देते हुए, गूगल प्ले स्टोर पर एप का वर्णन बताता है कि 'वॉयस पंजाब 2020' गैर-सरकारी पंजाब इंडिपेंडेंस रेफरेंडम 2020 के लिए मतदाता पंजीकरण की सुविधा के लिए एक एप है, जो यूएन चार्टर के अनुच्छेद-1 के तहत आयोजित किया जा रहा है. यह लोगों को आत्मनिर्णय का अधिकार देता है, जिससे भारत के लिए एप पर प्रतिबंध लगाना और हटाना मुश्किल हो गया है.
हालांकि, सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय और गृह मंत्रालय की मदद से सुरक्षा एजेंसियां गूगल के संपर्क में आने की प्रक्रिया में हैं, ताकि एप पर प्रतिबंध लगाया जा सके.
बीते 27 जून को अपडेट किया गया 2.0 वर्जन एप पांच से अधिक लोगों द्वारा डाउनलोड किया गया है. आइसटेक टेक्नोलॉजी द्वारा ऑफर किया गया यह एप 13.01 एमबी का है.