नई दिल्लीः देश के अधिकतर हिस्सों में भारी बारिश जारी है. कर्नाटक और महाराष्ट्र के बाढ़ प्रभावित हिस्सों में स्थिति गंभीर बनी हुई है, जहां 2.5 लाख लोगों को अन्य स्थानों पर पहुंचाया गया है. वहीं, आंध्र प्रदेश में कई नदियां ऊफान पर हैं. वहीं बारिश के चलते केरल भी हाई अलर्ट मोड पर है.
गौरतलब है कि केरल के उत्तरी जिलों में भारी बारिश के चलते मलप्पुरम जिले के नीलंबुर और परिंथालमन्ना इलाके में बाढ़ के हालात बन गए, जिसके बाद फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंच कर बचाव कार्य शुरू कर दिया है.
केरल में जारी किया गया हाई अलर्ट
केरल के राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण इदुक्की, मलप्पुरम, कोझीकोढ़ के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है. इसके अलावा त्रिशूर, पलक्कड़, वायनाड़, कन्नूर और कासरगोड में आज तक के लिए औरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
पिछले सात दिनों में 16 लोगों की मौत
पिछले सात दिनों में पश्चिमी महाराष्ट्र में बारिश और बाढ़ से संबंधित घटनाओं में 16 लोगों की मौत हुई है, जबकि कर्नाटक में रविवार से अब तक पांच लोगों की जान जा चुकी है और लगभग 26 हजार लोगों को निकाला गया है.
ओडिशा में बाढ़ जैसे हालात
ओडिशा के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है और दक्षिणी क्षेत्र में कुछ इलाकों में रेल सेवाएं बाधित रहीं.
कर्नाटक में भयंकर हालात
आधिकारिक सूत्रों ने जानकारी दी कि कर्नाटक के कई हिस्सों में बुधवार को भी भयंकर बाढ़ की स्थिति बनी रही , जिसकी वजह से लगभग 26,000 लोगों को उनके घरों से निकाला गया और पिछले तीन दिनों में बारिश से संबंधित घटनाओं में पांच लोगों की जान जा चुकी है.
सड़के और रेल संपर्क हुआ प्रभावित
राज्य में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में बांधों और कर्नाटक में बैराजों और जलाशयों के जल द्वार खोले जाने से बाढ़ आ गई. राज्य में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण सड़क और रेल संपर्क प्रभावित हुआ है.
महाराष्ट्र में बाढ़ से हाल बेहाल
पश्चिमी महाराष्ट्र में खास तौर पर कोल्हापुर और सांगली जिलों में बाढ़ की स्थिति भयावह होने के बाद 1.32 लाख से ज्यादा लोगों ने सुरक्षित स्थानों पर शरण ली है. यहां लगातार हुई बारिश से यह स्थिति उत्पन्न हुई है.
अधिकारियों ने बताया कि पिछले सात दिनों में बारिश और बाढ़ से संबंधित विभिन्न घटनाओं में 16 लोगों की मौत हो चुकी है.
पुणे में बाढ़ से 1.32 लाख लोग प्रभावित
पुणे के प्रखण्ड आयुक्त डॉक्टर दीपक महाइसेकर ने कहा, पुणे क्षेत्र में (पुणे, सतारा, सोलापुर, सांगली और कोल्हापुर जिलों में) अब तक बाढ़ से 1.32 लाख लोग प्रभावित हुए हैं और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया.