नई दिल्ली :हैदराबाद स्थित वैक्सीन निर्माता भारत बायोटेक ने अपने कोविड वैक्सीन, कोवैक्सीन के तीसरे चरण के परीक्षणों के लिए स्वयंसेवकों का चयन गुरुवार को संपन्न हुआ. कंपनी ने कुल स्वयंसेवकों की लक्षित संख्या हासिल कर ली है, जो कुल 25,800 प्रतिभागियों की हैं. बता दें, इस चयन का समापन 31 दिसंबर तक होना था, लेकिन उस समय 4,000 स्वयंसेवकों की कमी के कारण इसे एक सप्ताह बढ़ा दिया गया था.
सामुदायिक चिकित्सा के प्रमुख और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में ट्रायल के प्रिंसिपल इंवेस्टिगेटर संजय कुमार राय ने बताया कि तीसरे चरण के अध्ययन के लिए चयन अभी बंद है. निजाम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, हैदराबाद में कोवैक्सिन के तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल के मुख्य इंवेस्टिगेटर डॉ. सी. प्रभाकर रेड्डी ने कहा कि कुछ केंद्र संख्याओं की वजह से अपने अपने व्यक्तिगत लक्ष्य को पूरा नहीं कर पाए.
जिन केंद्रों ने हासिल किया लक्ष्य उनको दिया गया मुआवजा
उन्होंने कहा कि हालांकि, जिन केंद्रों ने अपना लक्ष्य हासिल कर लिया है, उसके लिए मुआवजा दे दिया गया है. जबकि कई केंद्रों ने चरण 3 के अध्ययन के लिए स्वयंसेवकों को खोजने के लिए संघर्ष किया, कुछ केंद्रों ने उन्हें बहुतायत में पंजीकृत किया. एम्स पटना ने कौवैक्सीन के लिए क्लिनिकल केंद्रों के लिए तय 1000 व्यक्तिगत लक्ष्य के बावजूद लगभग 1,400 विषयों को लिया. आईएएनएस ने पहले बताया था कि एम्स दिल्ली और कई अन्य क्लिनिकल केंद्र स्वयंसेवकों की कमी का सामना कर रहे हैं क्योंकि लोग इस अभ्यास में भाग लेने के लिए तैयार नहीं थे.