रायपुर : छत्तीसगढ़ लॉकडाउन के बीच देशभर में मनरेगा के तहत कार्य कराने के मामले में पहले स्थान पर है. छत्तीसगढ़ ने अब तक मनरेगा के तहत 37 फीसदी कार्य पूरे कर लिए हैं, जिससे छत्तीसगढ़ देशभर में मनरेगा के तहत लोगों को रोजगार देने के मामले में पहले स्थान पर है. वहीं छत्तीसगढ़ सर्वाधिक परिवारों को 100 दिनों का रोजगार देने में देश में दूसरे स्थान पर है. इस साल अब तक 25.97 लाख ग्रामीणों को काम दिया गया, जिसमें एक हजार 114 करोड़ रुपए का मजदूरी का भुगतान किया गया है. यहां 1996 परिवारों को 100 दिनों का रोजगार दिया जा चुका है.
मनरेगा-महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत लॉकडाउन के बावजूद छत्तीसगढ़ ने अच्छा प्रदर्शन किया है. चालू वित्तीय वर्ष में अब तक 25 लाख 97 हजार ग्रामीण मजदूरों को काम उपलब्ध कराया गया है, जिसमें एक हजार 114 करोड़ 27 लाख रुपये की मजदूरी का भुगतान भी किया गया है. छत्तीसगढ़ कोरोना महामारी के दौर में भी ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गतिशील बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका रहा है. साथ ही विपरीत परिस्थितियों में कमजोर वर्गों को रोजी-रोटी की चिंता से मुक्त करने के साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती दी है.
छत्तीसगढ़ में लाखों लोगों को रोजगार मिला
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेव ने लॉकडाउन के दौरान मनरेगा में अच्छे कार्यों के लिए पंचायत प्रतिनिधियों और मैदानी अधिकारियों की पीठ थपथपाई है. उन्होंने प्रदेशभर में सक्रियता और तत्परता से किए गए कार्यों की सराहना करते हुए सरपंचों, मनरेगा की राज्य इकाईयों, जिला और जनपद पंचायतों की टीमों को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे की चुनौती पूर्ण परिस्थितियों के बीच यह बड़ी उपलब्धि है. उनकी कोशिशों से कोरोना से बचाव और लाखों लोगों को रोजगार मिला है.