जयपुर :राजस्थान में पिछले एक महीने से चल रहे सियासी महासंग्राम के बाद सोमवार को पहली बार सचिन पायलट राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात करने के बाद मीडिया के सामने आए. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि पिछले कुछ समय से हमारे कुछ साथी विधायक दिल्ली में आए हुए थे. हम लोगों के सरकार और संगठन के कई सारे मुद्दे थे, जिनपर हमें केंद्रीय नेतृत्व से बात करनी थी.
पायलट ने कहा कि चाहे देशद्रोह का मुकदमा हो या सरकार के काम करने का तरीका, उस पर जो आपत्तियां थी उनके बारे में आज कांग्रेस आलाकमान को बताया है. हमें लगता था कि यह बात पार्टी के बीच में रखना जरूरी था. इस पूरे प्रकरण में कई बातें कही गई और बहुत कुछ मुझे भी व्यक्तिगत रूप से सुनना पड़ा, जिन्हें सुनकर मुझे आश्चर्य हुआ. लेकिन राजनीति में संयम बनाए रखना होता है, दुर्भावना की कोई जगह नहीं होती है.
सचिन पायलट ने कहा कि राजनीति में हम सभी ने मिलकर 5 साल में सरकार बनाई और सरकार के हम भागीदार थे. लेकिन जिन बातों पर मुझे आपत्तियां थी वह बातें मैंने कांग्रेस आलाकमान के सामने रखी. राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी ने हमारी बातें मानी और हमें आश्वासन देते हुए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है, जो समयबद्ध तरीके से हल होंगे.