शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने राष्ट्रपति से कृषि विधेयकों पर हस्ताक्षर नहीं करने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि वह (राष्ट्रपति) कृषि संबंधी विधेयकों पर हस्ताक्षर न करें और पुनर्विचार के लिए उन्हें संसद में भेजें.
कृषि बिल पास : प्रधानमंत्री ने अन्नदाताओं को दी बधाई, कांग्रेस ने बताया काला दिन
16:53 September 20
सुखबीर सिंह बादल की प्रतिक्रिया
16:12 September 20
कांग्रेस नेता अहमद पटेल की प्रतिक्रिया
कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा कि इस दिन को इतिहास में काला दिन के रूप में जाना जाएगा. उन्होंने कहा कि संसद में लोकत्रंत की धज्जियां उड़ाई गई हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि इन विधेयकों के जरिए लोकतंत्र का गला घोंटा गया है. 12 विपक्षी दलों ने राज्य सभा के सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है.
15:21 September 20
पीएम मोदी का प्रतिक्रिया
कृषि संबंधी विधेयकों के संसद में पारित होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत के कृषि इतिहास में आज एक बड़ा दिन है. संसद में अहम विधेयकों के पारित होने पर मैं अपने परिश्रमी अन्नदाताओं को बधाई देता हूं. यह न केवल कृषि क्षेत्र में आमूल-चूल परिवर्तन लाएगा, बल्कि इससे करोड़ों किसान सशक्त होंगे.
पीएम मोदी ने कहा कि दशकों तक हमारे किसान भाई-बहन कई प्रकार के बंधनों में जकड़े हुए थे और उन्हें बिचौलियों का सामना करना पड़ता था. संसद में पारित विधेयकों से अन्नदाताओं को इन सबसे आजादी मिली है. इससे किसानों की आय दोगुनी करने के प्रयासों को बल मिलेगा और उनकी समृद्धि सुनिश्चित होगी.
उन्होंने कहा कि हमारे कृषि क्षेत्र को आधुनिकतम तकनीक की तत्काल जरूरत है, क्योंकि इससे मेहनतकश किसानों को मदद मिलेगी. अब इन बिलों के पास होने से हमारे किसानों की पहुंच भविष्य की टेक्नोलॉजी तक आसान होगी. इससे न केवल उपज बढ़ेगी, बल्कि बेहतर परिणाम सामने आएंगे. यह एक स्वागत योग्य कदम है.
प्रधानमंत्री ने कहा, 'मैं पहले भी कहा चुका हूं और एक बार फिर कहता हूं कि न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था जारी रहेगी. सरकारी खरीद जारी रहेगी. हम यहां अपने किसानों की सेवा के लिए हैं. हम अन्नदाताओं की सहायता के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे और उनकी आने वाली पीढ़ियों के लिए बेहतर जीवन सुनिश्चित करेंगे.'
15:06 September 20
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी की प्रतिक्रिया
राज्य सभा में विपक्ष द्वारा हंगामा करने पर केंद्रीय संसदीय कार्य राज्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि विपक्ष ने लोकतंत्र की हत्या की. हम इसकी निंदा करते हैं. यह सोनिया गांधी, राहुल गांधी और ममता बनर्जी की पार्टी की सोच है कि वह बादशाह हैं.
14:54 September 20
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की प्रतिक्रिया
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि राज्य सभा में चर्चा ठीक हो रही थी, बिल बहुमत से पास होने वाले थे, जब कांग्रेस को लगा कि वह बहुमत में नहीं है तो वह गुंडागर्दी पर उतर आई. आज कांग्रेस ने आपातकाल के बाद फिर एक बार यह सिद्ध कर दिया कि कांग्रेस का लोकतंत्र और प्रजातंत्र पर भरोसा नहीं है.
14:51 September 20
जेपी नड्डा की प्रतिक्रिया
कृषि संबंधी विधेयकों के पारित होने के बाद भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि राज्य सभा में जो भी हुआ (विपक्ष द्वारा हंगामा) मैं उसकी निंदा करता हूं, जो पार्टियां किसान विरोधी हैं उन्होंने आज इस तरह का प्रयास करके प्रजातंत्र पर बहुत बड़ा कुठाराघात किया है. उनको प्रजातंत्र पर भी विश्वास नहीं है इसलिए उन्होंने इस तरह से प्रयास किया था.
उन्होंने कहा कि 70 साल से जिस तरीके से किसानों के साथ अन्याय हो रहा था, शोषण हो रहा था, उनको आजादी दिलाने का काम सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किया है.
उन्होंने कहा कि जो पार्टियां बार-बार सभ्यता की बात करती हैं उन्होंने सभ्यता को ताक में रखकर जिस तरीके का कार्य किया है यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है और निंदनीय है. चेयरमैन साहब इसका नोट लेंगे और इस पर एक्शन भी लेंगे.
14:51 September 20
राजनाथ सिंह की प्रतिक्रिया
इन विधेयकों के पारित होने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि आज राज्य सभा में दो ऐतिहासिक कृषि विधेयकों के पारित होने के साथ, भारत ने 'आत्मनिर्भर कृषि' की मजबूत नींव रखी है.
14:50 September 20
कृषि विधेयकों पर प्रतिक्रिया
नई दिल्ली : विपक्ष के भारी हंगामे के बीच कृषि से जुड़े दोनों विधेयक, कृषक उपज व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन एवं सरलीकरण) विधेयक 2020 और कृषक (सशक्तीकरण व संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक 2020 रविवार को राज्य सभा में पास हो गए.
इससे पहले राज्य सभा में चर्चा के दौरान विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया. नारेबाजी करते विपक्षी दलों के सांसद उपसभापति के आसन तक पहुंच गए. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर उस वक्त विपक्ष के सवालों का जबाव दे रहे थे.
हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही कुछ देर के लिए बाधित रही.
इससे पहले उच्च सदन में केंद्रीय कृषि मंत्री द्वारा चर्चा के लिए लाए गए दो अहम विधेयक, कृषक उपज व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन एवं सरलीकरण) विधेयक 2020 और कृषक (सशक्तीकरण व संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक 2020 पर विपक्षी दलों के सांसदों ने पुरजोर विरोध करते हुए दोनों विधेयकों को किसानों के हितों के खिलाफ और कॉर्पोरेट को फायदा दिलाने की दिशा में उठाया गया कदम करार दिया.