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सोना हुआ पहुंच के बाहर, बजट से नाराज हुई महिलाएं

दिल्ली की महिलाएं इस बजट से ज्यादा खुश दिखाई नहीं दीं. कुछ महिलाओं ने महंगे पेट्रोल-डीजल पर नाखुशी जताई तो कुछ ने कहा कि सोना तो पहले भी पहुंच से दूर था. अब और दूर हो गया है.

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Published : Jul 5, 2019, 11:52 PM IST

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नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट से महिलाएं कितनी खुश हैं और कितनी निराश, ये जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने कुछ महिलाओं से बातचीत की और जाना कि उन्हें बजट कैसा लगा.

महिलाओं के लिए कई घोषणाएं

नई सरकार का पहला बजट यानी कि बहीखाता पेश किया गया, जिसमें तमाम योजनाओं को लागू करने के साथ-साथ महिलाओं और युवाओं के लिए भी कई ऐलान किए गए. बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने नारी तू नारायणी योजना लांच की जिसके तहत एक कमेटी बनाई जाएगी जो देश के विकास और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर सुझाव देगी.

बजट पर महिलाओं की राय

इसके अलावा जनधन बैंक खाता रखने वाली महिलाओं को ₹5000 के ओवरड्राफ्ट की सुविधा दी जाएगी. सेल्फ हेल्प ग्रुप में काम करने वाली किसी एक महिला को मुद्रा स्कीम के तहत 1 लाख तक का कर्ज मिल सकेगा और स्टैंड अप इंडिया के तहत भी महिलाओं को लाभ दिया जाएगा.

हालांकि दिल्ली की महिलाएं इस बजट से ज्यादा खुश दिखाई नहीं दीं. कुछ महिलाओं ने महंगे पेट्रोल-डीजल पर नाखुशी जताई तो कुछ ने कहा कि सोना तो पहले भी पहुंच से दूर था. अब और दूर हो गया है.

बजट से नाखुश नजर आई महिलाएं
कई महिलाएं इस बजट से नाखुश नजर आईं. उनका कहना था कि मोदी सरकार के पहले बजट में महिलाओं के लिए कुछ खास ऐलान नहीं किए गए, बल्कि चीजों को महंगा और कर दिया गया. पेट्रोल और गोल्ड के दामों में बढ़ोतरी की गई, इसी के साथ कुछ योजनाएं महिलाओं के लिए योजनाएं लागू की जा सकती थी लेकिन इस बजट में महिलाओं को कोई तोहफा नहीं दिया गया.

महंगाई को लेकर नाराज हैं महिलाएं
दिल्ली के कीर्ति नगर की रहने वाली योगिता ने बताया कि कुछ योजना है जो ग्रामीण इलाकों की महिलाओं के लिए लागू की गई हैं, वह एक अच्छी पहल है लेकिन महंगाई की ओर इस बजट में कोई ध्यान नहीं दिया गया.

सोने के दाम में बढ़ोतरी से टूटा महिलाओं का दिल
वहीं एक महिला का कहना था कि सोने के दाम में बढ़ोतरी की गई है जिससे कि महिलाओं का दिल टूटा है. क्योंकि सोना महिलाओं का सबसे पसंदीदा होता है, वहीं जो मिडल क्लास महिलाएं हैं उनका कहना है कि हमें पहले भी सोने को खरीदने में काफी मशक्कत करनी पड़ती थी इसके बाद दामों को और बढ़ा कर उनकी मुश्किलें बढ़ा दी गई हैं

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पेट्रोल के दाम पर नाखुश महिलाएं
पेट्रोल के दामों को एक रुपए बढ़ाएं जाने पर महिलाओं का कहना है कि महंगाई तो पहले से ही काफी ज्यादा है और पेट्रोल के दाम भी काफी ज्यादा है, कम करने की जगह इन्हें और बढ़ा दिया गया है जिससे महंगाई की मार पड़ी है.


एक और मौका देने की कही बात
वहीं इसी बीच कुछ महिलाएं मोदी सरकार के पहले बजट से कुछ संतुष्ट भी नजर आई. उनका कहना था क्योंकि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट है तो उन्हें थोड़ा समय देने की जरूरत है क्योंकि इस बजट में ग्रामीण इलाकों की महिलाओं के लिए कई ऐलान किए गए हैं, कई योजनाएं लाने की बात कही गई है जो एक अच्छा कदम है.

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