नई दिल्लीः पेट्रोल और डीजल के दाम में लगातार मिल रही राहत का सिलसिला बुधवार को फिर थम गया.
गौरतलब है कि तेल विपणन कंपनियां पेट्रोल का दाम पिछले छह दिनों से लगातार घटा रही थी और डीजल के भाव पर भी लगातार दो दिनों की कटौती के बाद विराम लगा है.
उधर, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव में लगातार पांचवें दिन भी तेजी बनी हुई है. इन पांच दिनों में बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड तकरीबन दो डॉलर प्रति बैरल महंगा हो गया है.
कच्चे तेल की कीमतों से पेट्रोल डीजल पर पड़ रहा असर
कच्चा तेल महंगा होने से भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम में फिर बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है क्योंकि भारत अपनी तेल की जरूरतों का तकरीबन 84 फीसदी कच्चा तेल आयात करता है.
इंटरनेशनल मार्केट में बढ़ी महंगाई
वहीं अंतर्राष्ट्रीय बाजार की बात की जाए तो वहां कच्चे तेल के भाव बढ़ने से देश में तेल का आयात महंगा होगा, जिसके कारण तेल विपणन कंपनियां पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ोतरी को मजबूर होगी.
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