नई दिल्ली : गृहराज्य मंत्री ने कहा है कि प्रदर्शनों के नाम पर किसी भी प्रकार की हिंसा कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. वहीं कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने मंगलवार को पूर्वोत्तर दिल्ली में हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार पर निशाना साधा. इस हिंसा में अब तक 13 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें दिल्ली पुलिस का एक हेड कांस्टेबल भी शामिल है.
ईटीवी भारत से बात करते हुए, राशिद अल्वी ने कहा, 'सरकार में बैठे नेताओं का कहना है कि कुछ लोग हैं जो इस हिंसा के पीछे हैं, लेकिन वह उन्हें ढूंढ नहीं पा रहे हैं.
यह खुफिया एजेंसियों की विफलता है और इस सबके लिए सरकार जिम्मेदार है. कांग्रेस नेता ने सवाल किया कि सरकार इतनी लापरवाह कैसे हो सकती है.
उन्होंने कहा कि यह दंगे राष्ट्रीय राजधानी में उस समय हुए जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत के दौरे पर हैं और खुफिया विभाग को ऐसे सुनियोजित हमलों की कोई जानकारी नहीं है. कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि जाफराबाद और भारत के अन्य पूर्वोत्तर हिस्सों में जो कुछ भी हुआ, उसके लिए आरएसएस और भाजपा कार्यकर्ता जिम्मेदार हैं.
इससे पहले केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि संशोधित नागरिकता कानून को लेकर दिल्ली में जानबूझकर हिंसा फैलाई गई .