नई दिल्ली: भाजपा और शिवसेना के साथ में लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान हुए अभी दो दिन ही हुए हैं और शिवसेना ने गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया है. शिवसेना का कहना है कि अगर भाजपा राज्य में सीएम पद को लेकर असहमत है तो भाजपा को गठबंधन तोड़ देना चाहिए.
शिवसेना नेता रामदास कदम ने कहा कि भाजपा और शिवसेना इस बात पर सहमत हुए थे कि ढाई साल भाजपा और ढाई साल शिवसेना का मुख्यमंत्री होगा. अब कहा जा रहा है कि जिस पार्टी के ज्यादा विधायक होंगे, सीएम उस पार्टी का होना चाहिए.
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और BJP प्रमुख अमित शाह. कदम ने आगे कहा कि अगर भाजपा ढाई साल तक मुख्यमंत्री बनाने पर असहमत है, तो उन्हें गठबंधन तोड़ देना चाहिए.
दरअसल, भाजपा के मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा था कि जिस सहयोगी दल को अधिक सीटें मिलेंगी, मुख्यमंत्री उस पार्टी का होगा.
बता दें, सोमवार को (18 फरवरी) को भाजपा और शिवसेना के बीच लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ लड़ने को लेकर सहमति बनी थी. लोकसभा चुनावों में बीजेपी 25 और शिवसेना 23 सीटों पर लड़ेगी और विधानसभा चुनावों में दोनों दल बराबर सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगी.