नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के सौ से अधिक दिन बीतने का जिक्र करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता राम माधव ने कहा कि वह केंद्रशासित प्रदेश में 'जल्द से जल्द' राजनीतिक गतिविधियों को बहाल करने के पक्ष में हैं.
उन्होंने जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर विभिन्न वर्गों की मांगों पर कहा कि ये मांगें संविधान के दायरे के भीतर होनी चाहिए.
उन्होंने यहां एक कार्यक्रम में कहा, 'मैं व्यक्तिगत रूप से इसके पक्ष में हूं, कम से कम अब फैसला किए हुए तकरीबन 100 दिन हो चुके हैं तो घाटी में कुछ हद तक राजनीतिक गतिविधियां शुरू होनी चाहिए.'
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव माधव ने कहा, मैं अपनी पार्टी में भी इसके बारे में बात कर रहा हूं. उम्मीद है कि हम इस बारे में कुछ कर पाएंगे.' उन्होंने कहा कि जम्मू में सामान्य राजनीतिक गतिविधियां हो रही हैं.
माधव का दावा अभूतपूर्व बदलाव आया
यह पूछे जाने पर कि कश्मीर में एहतियातन हिरासत में लिये गए नेताओं को रिहा करने से सरकार को क्या चीज रोक रही है, इस पर उन्होंने कहा कि चाहे सरकार अपना रुख बताए या न बताए लेकिन 'इसमें कोई शक' नहीं है कि जिस दिन ये नेता बाहर आ जाएंगे उस दिन वे निश्चित तौर पर प्रदर्शनों का नेतृत्व करेंगे.
उन्होंने कहा, 'हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि ये प्रदर्शन लोकतांत्रिक तथा शांतिपूर्ण हों. कोई भी नहीं कहता कि कोई प्रदर्शन नहीं होना चाहिए. यह लोकतंत्र है, प्रदर्शन तो होंगे.'
इस संबंध में दिल्ली या श्रीनगर में सुरक्षा प्रतिष्ठान की योजनाओं के बारे में अनुमान जताने से इनकार करते हुए उन्होंने कहा, 'राजनीतिक स्तर पर गतिविधियां जल्द से जल्द बहाल करने की जरूरत है.'
माधव ने कहा कि अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से अभूतपूर्व जम्मू कश्मीर में बड़े बदलाव हुए हैं.
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कार्यक्रम में अनुच्छेद 370 के बाद कश्मीर पर चर्चा कर रहे थे
उन्होंने थिंक टैंक ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ) द्वारा आयोजित ‘अनुच्छेद 370 के बाद कश्मीर’ पर एक चर्चा में कहा, 'जब भी पहला अवसर आएगा तो नयी तरह की राजनीतिक गतिविधियां बहाल होंगी. मैं बहुत उत्सुक हूं कि अवसर जल्द से जल्द आए.'