सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व में शिरोमणि अकाली दल का एक प्रतिनिधिमंडल आज शाम 4.30 बजे संसद में कृषि विधेयकों के पारित होने पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेगा.
हंगामे की वजह से राज्य सभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित
13:07 September 21
राष्ट्रपति से मुलाकात करेगा शिरोमणि अकाली दल का प्रतिनिधिमंडल
13:06 September 21
मंगलवार सुबह तक के लिए राज्यसभा स्थगित
विपक्ष के भारी हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही को मंगलवार सुबह नौ बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. पीठासीन भुवनेश्वर कलिता ने निलंबित सांसदों से सदन से बाहर जाने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा, सदन के सदस्य नियमों के अनुसार अपनी बात रख सकते हैं. यह पहले भी हो चुका है, कुछ भी अभूतपूर्व नहीं है.
13:04 September 21
निलंबित सदस्यों सहित विपक्षी दलों का विरोध प्रदर्शन
विपक्षी दलों के सांसदों सहित निलंबित सांसद, राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू द्वारा आठ सांसदों के निलंबन के खिलाफ संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
12:34 September 21
चार बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे बैठक फिर शुरू होने पर भी सदन में विपक्षी सदस्यों का हंगामा जारी रहा और राज्यसभा की कार्यवाही कुछ देर बाद ही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी.
11:34 September 21
तीन बार के स्थगन के बाद बैठक फिर शुरू होने पर भी सदन में हंगामा जारी रहा और राज्यसभा की कार्यवाही 11 बजकर करीब 15 मिनट पर दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी.
10:05 September 21
विपक्षी सांसदों का हंगामा अब भी जारी है. निलंबित सांसद सदन से बाहर नहीं गए हैं. सभा की कार्यवाही दोबारा से शुरू की गई, लेकिन हंगामे की वजह से इसे फिर से स्थगित कर दी गई है.
09:36 September 21
सांसद निलंबित
राज्य सभा में हंगामा करने वाले सांसद निलंबित किए गए. ये हैं डेरेक ओ ब्राइन, संजय सिंह, राजीव साटव, केके रागेश, रिपुन बोरा, डोला सेन, सैयद नजीर हुसैन और एलामारन. इन सभी सांसदों को इस सत्र के बाकी समय के लिए निलंबित किया गया है.
वेंकैया नायडू ने उप सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी. नायडू ने कहा कि इसे उपयुक्त तरीके से हाउस में नहीं लाया गया. लिहाजा, वे इस प्रस्ताव पर कोई कार्रवाई नहीं करेंगे.
09:30 September 21
सजा की आवश्यकता पर शून्यकाल नोटिस
तेदेपा के सांसद के रवींद्र कुमार ने राज्यसभा में दलितों पर अत्याचार के लिए कड़ी सजा की आवश्यकता पर शून्यकाल नोटिस दिया है.
09:29 September 21
शून्यकाल का नोटिस
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद केसी वेणुगोपाल ने 'कर्ज देने से बैंकों के इनकार' को लेकर राज्यसभा में शून्यकाल का नोटिस दिया.
09:29 September 21
पारादीप पोर्ट का नाम बदलने की मांग
बीजद के सांसद प्रसन्ना आचार्य ने राज्यसभा में शून्यकाल की सूचना दी है और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री बीजू पटनायक के बाद पारादीप पोर्ट का नाम बदलने की मांग की है.
09:28 September 21
आज राज्यसभा में पेश होगा तीसरा किसान बिल
सदन में किसान बिल को लेकर तनाव के माहौल के बीच आज राज्यसभा में राज्यमंत्री राव साहेब दानवे तीसरे किसान बिल द एसेंशिएल कमोडिटीज (एमेंडमेंट) बिल, 2020 को पेश करेंगे.
06:50 September 21
राज्यसभा की कार्यवाही शुरू
नई दिल्ली : राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही कई अहम विषयों पर चर्चा हो रही है. बता दें कि मानसून सत्र के दौरान रविवार को राज्यसभा में हंगामा करने वाले विपक्षी सांसदों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है. जानकारी के मुताबिक हंगामा करने वाले विपक्षी सांसदों के खिलाफ संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी राज्यसभा में निलंबन प्रस्ताव लाएंगे. प्रह्लाद जोशी नियम 256 के तहत दोषी सांसदों के खिलाफ निलंबन प्रस्ताव पेश करेंगे.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश के साथ उच्च सदन में विपक्षी दलों के सदस्यों द्वारा किये गये दुर्व्यवहार की रविवार को निंदा की और कहा कि यह संसदीय परंपरा एवं उसकी गरिमा के खिलाफ है.
कृषि संबंधी दो महत्वपूर्ण विधेयक पारित
राज्यसभा में रविवार के दिन कृषि संबंधी दो महत्वपूर्ण विधेयक पारित हुये, जिस दौरान विपक्षी सदस्य सभापति के आसन तक चले गये और उनके डेस्क पर रखी नियमावली को उठा कर हरिवंश की ओर फेंक दिया तथा सरकारी दस्तावेजों को फाड़ दिया.
कृषि क्षेत्र से जुड़े दो महत्वपूर्ण विधेयकों को राज्यसभा ने विपक्षी सदस्यों के भारी हंगामे के बीच रविवार को ध्वनि मत से अपनी मंजूरी दे दी. सरकार द्वारा इन दोनों विधेयकों को देश में कृषि क्षेत्र से जुड़े अब तक के सबसे बड़े सुधार की दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम बताया जा रहा है.
राज्यसभा में, विधेयकों की गहन जांच पड़ताल के लिए उन्हें सदन की एक समिति को भेजे जाने की मांग कर रहे विपक्षी सदस्यों ने भारी हंगामा किया.
उच्च सदन में हुए हंगामे के कारण थोड़े समय के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. बाद में सदन ने कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्द्धन और सुविधा) विधेयक-2020 और कृषक (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन समझौता और कृषि सेवा पर करार विधेयक-2020 को मंजूरी दे दी.
ये विधेयक लोकसभा पहले ही पारित कर चुकी है. इस प्रकार इन विधेयकों को संसद की मंजूरी मिल गई है, जिन्हें अब राष्ट्रपति के पास हस्ताक्षर के लिए भेजा जायेगा और राष्ट्रपति की मंजूरी मिल जाने पर इन्हें अधिसूचित कर दिया जाएगा.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इन विधेयकों के पारित होने को भारतीय कृषि के इतिहास में 'ऐतिहासिक दिन' करार दिया. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ये विधेयक कृषि क्षेत्र में आमूलचूल बदलाव लाएंगे और इससे किसानों की आय दागुनी करने के प्रयासों को मजबूती मिलेगी.
उधर, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने विधेयकों को पूरी तरह खारिज करते हुए इन्हें किसानों के लिए 'मौत का वारंट' करार दिया और इसे 'लोकतंत्र में काला दिन' बताया.
विधेयकों पर जोरदार बहस के बाद राज्यसभा ने विपक्षी सदस्यों के भारी हंगामे के बीच इन्हें पारित कर दिया. इस दौरान हंगामा कर रहे कुछ विपक्षी सदस्य कोविड -19 प्रोटोकाल की अनदेखी करते हुए उप सभापति हरिवंश के आसन की ओर बढ़े, उन्होंने नियम पुस्तिका उनकी ओर उछाली तथा सरकारी कागजों को फाड़ कर हवा में उछाल दिया.
बारह (12) विपक्षी दलों ने बाद में उच्च सदन में दो कृषि विधेयकों को पारित कराने के तरीके को लेकर उप सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस भी दिया.
बाद में विपक्षी सदस्यों के 'अमर्यादित आचरण' को लेकर केंद्र सरकार के वरिष्ठ नेताओं ने रविवार को उनकी आलोचना करते हुए इसे 'शर्मनाक' और संसदीय इतिहास में अभूतपूर्व करार दिया.
केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, प्रकाश जावड़ेकर, प्रह्लाद जोशी, पीयूष गोयल, थावरचंद गहलोत और मुख्तार अब्बास नकवी ने विपक्षी सदस्यों पर निशाना साधने के लिये यहां संवाददाता सम्मेलन किया. सिंह ने कहा कि स्वस्थ लोकतंत्र में ऐसे आचरण की उम्मीद नहीं की जाती.
सिंह ने कहा कि विपक्षी सदस्यों ने नियम पुस्तिका फाड़ दी, आसन पर मौजूद राज्य सभा के उप सभापति हरिवंश की डेस्क पर कागज फेंके और आधिकारियों की टेबल पर चढ़ गए. उन्होंने कहा कि ऐसा उन्होंने पहले कभी नहीं देखा.