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राज्य सभा : कृषि से जुड़ा तीसरा विधेयक पास, कांग्रेस ने किया बहिष्कार

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Published : Sep 22, 2020, 9:21 AM IST

Updated : Sep 22, 2020, 1:59 PM IST

13:57 September 22

संसद ने अनाज, तिलहनों, खाद्य तेलों, प्याज एवं आलू को आवश्यक वस्तुओं की सूची से बाहर करने के प्रावधान वाले एक विधेयक को मंगलवार को मंजूरी दे दी. राज्यसभा ने इससे संबंधित आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक को चर्चा के बाद ध्वनिमत से पारित कर दिया. लोकसभा इसे 15 सितंबर को ही पारित कर चुकी है. यह विधेयक कानून बनने के बाद इससे संबंधित अध्यादेश का स्थान लेगा. इस विधेयक का मकसद निजी निवेशकों की कुछ आशंकाओं को दूर करना है। व्यापारियों को अपने कारोबारी गतिविधियों में अत्यधिक नियामक हस्तक्षेप को लेकर चिंताएं बनी रहती हैं.

सरकार पहले ही कह चुकी है कि उत्पादन, उत्पादों को जमा करने, आवागमन, वितरण एवं आपूर्ति की स्वतंत्रता से बड़े स्तर पर अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन मिलेगा तथा कृषि क्षेत्र में निजी एवं विदेशी प्रत्यक्ष निवेश आकर्षित होगा. विधेयक पर हुई संक्षिप्त चर्चा का जवाब देते हुए उपभोक्ता मामलों तथा खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री रावसाहेब दानवे ने कहा कि कानून के जरिये स्टॉक की सीमा थोपने से कृषि क्षेत्र में निवेश में अड़चनें आ रही हैं.

उन्होंने कहा कि साढ़े छह दशक पुराने इस कानून में स्टॉक रखने की सीमा राष्ट्रीय आपदा तथा सूखे की स्थिति में मूल्यों में भारी वृद्धि जैसे आपात हालात उत्पन्न होने पर ही लागू की जाएगी.

विधेयक में प्रसंस्करणकर्ताओं और मूल्य वर्द्धन करने वाले पक्षों को स्टॉक सीमा से छूट दी गयी है.

दानवे ने कहा कि इस कदम से कृषि क्षेत्र में निवेश बढ़ेगा तथा अधिक भंडारण क्षमता सृजित होने से फसलों की कटाई पश्चात होने वाले नुकसान को कम किया जा सकेगा.

12:50 September 22

राज्य सभा ने बैंकिंग नियमन (संशोधन) विधेयक 2020 पारित किया.

12:11 September 22

कांग्रेस ने लोकसभा सांसदों की बुलाई बैठक

कांग्रेस ने अपने लोकसभा सांसदों की बैठक बुलाई है.

12:02 September 22

राज्यसभा से पास हुआ विधेयक

राज्यसभा से भारतीय सूचना प्रोद्यौगिकी संस्थान विधियां विधेयक, 2020 पास हो गया है.

12:01 September 22

राज्यसभा में पेश हुआ आवश्यक वस्तु संशोधन विधेयक

वस्तु संशोधन विधेयक
राज्यसभा में पेश हुआ विधेयक

राज्यसभा में पेश हुआ आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक 2020. अब सदन में इसपर चर्चा की जाएगी.

12:01 September 22

उपसभापति ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को लिखा पत्र

राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को 20 सितंबर को कृषि विधेयकों के पारित होने के दौरान विपक्षी सांसदों द्वारा सदन में उनके साथ किए गए दुर्व्यवहार को लेकर पत्र लिखा है.

11:50 September 22

किसी की बात सुनने को तैयार नहीं है सभापति: कांग्रेस सांसद

राज्यसभा से निलंबित कांग्रेस के सांसद सैयद नासिर हुसैन ने कहा कि हम चाहते थे कि केवल निलंबन निरस्त न हो बल्कि कृषि विधेयकों को भी वापस लिया जाए और इसपर सही तरीके से मतदान किया जाए. मगर ऐसा कुछ भी होने वाला नहीं है क्योंकि सभापति किसी की बात सुनने के लिए तैयार नहीं हैं. इसलिए सभी विपक्षी दलों ने शेष सत्र का बहिष्कार किया. उन्होंने धरने पर बैठे सभी लोगों से इसे खत्म करने की अपील और बचे हुए सत्र का बहिष्कार करने में शामिल होने का कहा. इस तरह हमने यह धरना खत्म कर दिया है.

11:50 September 22

मेरी पार्टी ने पूरे सत्र का बहिष्कार करेगी: रामगोपाल यादव

राम गोपाल यादव की प्रतिक्रिया

समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद राम गोपाल यादव ने कहा कि मैं संसद का एक वरिष्ठ सदस्य हूं, मैंने सदन में जो कुछ भी हुआ उसके लिए माफी मांगी है, लेकिन मुझे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. मुझे यह बहुत अपमानजनक लगा. मेरी पार्टी ने पूरे सत्र का बहिष्कार करने का फैसला किया है.

11:47 September 22

तीन मांगें स्वीकार न होने तक हम संसद सत्र का करेंगे बहिष्कार

हम संसद सत्र का बहिष्कार करेंगे- गुलाम नबी
हम संसद सत्र का बहिष्कार करेंगे- गुलाम नबी

कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हम संसद सत्र का बहिष्कार करेंगे जब तक कि सरकार हमारी तीन मांगों को स्वीकार नहीं करती है.

पहली- सरकार दूसरा विधेयक लेकर आए जिसके तहत कोई भी निजी कंपनी एमएसपी से नीचे खरीद न कर सके.

दूसरी- एमएसपी को स्वामीनाथन आयोग द्वारा अनुशंसित फार्मूले के तहत तय किया जाना चाहिए.

तीसरी- एफसीआई जैसी सरकारी एजेंसियां एमएसपी से नीचे फसल नहीं खरीदेंगी.

11:33 September 22

एक दिन के उपवास पर हैं उपसभापति

एक दिन के उपवास पर हैं उपसभापति

राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि राज्यसभा के उपसभापति ने लोकतंत्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए मुझे पत्र लिखकर बताया कि उनके साथ कैसा व्यवहार किया गया. उन्होंने मुझे लिखा है कि लोगों की चेतना जगाने के लिए वे एक दिन का उपवास रख रहे हैं. वो आज निलंबित सांसदों से मुलाकात करने के लिए पहुंचे और चाय भी दी. हम सभी उनकी तारीफ कर रहे हैं. हम संसदीय लोकतंत्र में इस तरह के व्यवहार को स्वीकार नहीं कर सकते. नायडू ने विपक्षी नेताओं से पुनर्विचार, आत्मनिरीक्षण, सदन में चर्चा में भाग लेने के लिए लौटने का आग्रह किया.

11:29 September 22

क्या यह व्यवहार का तरीका है: प्रहलाद जोशी

प्रहलाद जोशी ने कहा व्यवहार का तरीका गलत

केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि उच्च सदन में जो कुछ हुआ क्या वो दुखदाई नहीं हैं? क्या यह व्यवहार का तरीका है? यदि वे अपना खेद व्यक्त करते हैं, तो सरकार उनके बिना बिजनेस चलाने के लिए बाध्य नहीं है. चर्चा करने को तैयार हैं क्योंकि हम मजबूत स्थिति में हैं.

11:22 September 22

लोकतंत्र में सहयोग के साथ काम करना चाहिए

सांसद एचडी देवगौड़ा ने रखी अपनी बात

पूर्व प्रधानमंत्री और राज्यसभा सांसद एचडी देवगौड़ा ने कहा कि सरकार को एक समझौते तक पहुंचना चाहिए. विपक्ष और सरकार दोनों को एक साथ बैठकर सदन चलाने में मदद करनी चाहिए. लोकतंत्र में सहयोग के साथ काम करना चाहिए.

11:20 September 22

सदस्यों के निलंबन से खुश नहीं हूं: सभापति

राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि मैं सदस्यों के निलंबन को लेकर खुश नहीं हूं. उनके आचरण पर कार्रवाई की गई है. हम किसी भी सदस्य के खिलाफ नहीं हैं. सभापति ने कहा कि किसी भी मुद्दे पर डिविजन मांगना आपका अधिकार है लेकिन आपको वेल में नहीं आना चाहिए था. अगर आपको लगता है कि उपसभापति ने आपकी पूरी बात नहीं सुनी तो आप मेरे पास आ सकते हैं मगर इस तरह का व्यवहार आपको शोभा नहीं देता है.

11:18 September 22

'उप सभापति के साथ हुए व्यवहार से दुखी'

राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश खुद के साथ हुए व्यवहार से दुखी हैं. अब उन्होंने 24 घंटे का उपवास रखा है. उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू को लिखे खत में उन्होंने कहा कि शायद उनके इस उपवास से सदन में इस तरह के आचरण करने वाले माननीय सदस्यों के अंदर आत्मशुद्धि का भाव जगे.

11:16 September 22

सदन में वापस आए और बातचीत करें

कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों द्वारा राज्यसभा का बहिष्कार करने के बाद बाद सभापति वेंकैया नायडू ने अपील की है. सभापति ने कहा कि सभी लोग सदन में वापस आए और बातचीत करें.

11:14 September 22

'आठ सांसदों का निलंबन लिया जाए वापस'

राज्य सभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद बोले सभी आठ सांसदों का निलंबन वापस लिया जाए.

10:21 September 22

जो हुआ बहुत दुखद, पर हम बहिष्कार करेंगे - गुलाम नबी आजाद

गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सेंस ऑफ हाउस पर झगड़ा हुआ. जो कुछ भी हाउस में हुआ, उससे हम भी दुखी है. हम माइक को उखाड़ने या तोड़ने को भी सही नहीं मानते हैं. हमारी लड़ाई का मुद्दा समय की बंदिशे हैं. पिछले दो दिन में जो कुछ भी हुआ, मुझे नहीं लगता कि उससे कोई खुश है. ये हमारा परिवार है और सभापति परिवार के मुखिया हैं. झगड़े तो घर में भी होते हैं. लेकिन समय की कमी, कुछ न कुछ करा देती है. यह घटना भी इसकी ही वजह है. विषय बड़े होते हैं. समय कम होता है. बोलना सबको है. किसी को एक मिनट मिला, तो किसी को दो मि.. कई बार तो ऐसे झगड़े होते हैं, मानो सीमा पर लड़ रहे हों. हम समझते हैं दोनों पक्षों की मजबूरी को. सरकार की भी मजबूरी है और विपक्ष की भी मजबूरी है. उस दिन 18 पार्टियां एक तरफ थीं. एक पार्टी एक ओर थी. मुझे लगता है कि सरकार और विपक्ष के बीत तालमेल होना जरूरी है.

गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जब तक उच्च सदन के आठ सदस्यों का, मानसून सत्र की शेष अवधि से निलंबन वापस नहीं लिया जाता, तब तक विपक्ष कार्यवाही का बहिष्कार करेगा. शून्यकाल के बाद आजाद ने उच्च सदन में यह भी मांग की कि सरकार को ऐसा विधेयक लाना चाहिए जो यह सुनिश्चित करे कि निजी कंपनियां सरकार द्वारा तय न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से कम दाम में किसानों का अनाज न खरीदें.

उन्होंने सरकार से कहा कि सरकार को स्वामीनाथन फार्मूले के अनुसार, समय समय पर न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करते रहना चाहिए.

आजाद ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार के अंतर तालमेल का अभाव है. एक दिन पहले ही कृषि विधेयकों पर पूरी चर्चा एमएसपी पर केंद्रित रही और उसके एक दिन बाद सरकार ने कई फसलों के लिए एमएसपी की घोषणा कर दी.

10:08 September 22

सदन में प्रतिपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने भी हंगामे को लेकर दुख प्रकट किया. उन्होंने कहा कि वह माइक तोड़ने या तोड़े जाने के खिलाफ हैं. 

उन्होंने कहा कि जब तक सांसदों का निलंबन वापस नहीं लिया जाता है, कांग्रेस सत्र का बायकॉट करेगी. 

09:39 September 22

राज्य सभा के उप सभापति हरिवंश एक दिन के उपवास पर बैठेंगे. उन्होंने कहा कि सदन में जिस तरह से हंगामा किया गया, उससे मैं आहत हूं.

पत्र.

09:38 September 22

पत्र

उप सभापति ने कहा कि सदन में जिस तरह से हंगामा किया गया, उससे मैं आहत हूं. 

08:45 September 22

लाइव-

पत्र

नई दिल्ली : राज्यसभा में आज कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है.  बता दें कि किसानों से जुड़े बिल को लेकर विपक्ष आग बबूला है. विरोध की आग बढ़ती ही जा रही है. दूसरी तरफ राज्यसभा से निलंबित आठ सांसदों का मामला भी तूल पकड़ लिया है. इन सब बातों को देखकर लगता है कि आज राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान काफी हंगामा होने की उम्मीद है.  

Last Updated : Sep 22, 2020, 1:59 PM IST

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