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राज्यसभा से पास हुआ होम्योपैथिक केंद्रीय परिषद (संशोधन) विधेयक 2020

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Published : Sep 18, 2020, 9:07 AM IST

Updated : Sep 18, 2020, 1:47 PM IST

13:19 September 18

राज्यसभा की कार्यवाही शनिवार पूर्वाह्न 9 बजे तक स्थगित

मानसून सत्र के पांचवें दिन अहम विधायी कार्यों के बाद राज्यसभा की कार्यवाही शनिवार पूर्वाह्न 9 बजे तक स्थगित कर दी गई.

12:48 September 18

बिल पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन का बयान

डॉ हर्षवर्धन का बयान

नई दिल्ली : देश के हर नागरिक को उच्च कोटि की स्वास्थ्य सुविधा देने की नरेंद्र मोदी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन ने शुक्रवार को कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में जरूरी तथा आधुनिक सुधार किए जा रहे हैं और पांच साल में हुए अहम बदलाव साफ नजर आ रहे हैं.

हर्षवर्धन राज्यसभा में होमियोपैथी केंद्रीय परिषद (संशोधन) विधेयक, 2020 और भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद (संशोधन) विधेयक, 2020 पर एक साथ हुयी चर्चा का जवाब दे रहे थे.

उन्होंने कहा कि इस विधेयक के जरिये न तो आयुर्वेद और होमियोपैथी के बीच किसी भी तरह के ‘ब्रिज कोर्स’ का प्रावधान है और न ही इससे किसी भी तरह की स्वायत्तता पर कोई अतिक्रमण होगा.

हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार पूरे मन से भारतीय चिकित्सा पद्धतियों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है और अगर ऐसा नहीं होता तो भारतीय चिकित्सा परिषद की जगह राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग नहीं बनाया गया होता.

नैचुरोपथी और योग के संदर्भ में मंत्री ने कहा कि इसके महत्व को देखते हुए नीति आयोग ने सुझाव दिया था कि इसके लिए एक अलग राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग होना चाहिए. हर्षवर्धन ने कहा ‘‘अब प्रयास चल रहे हैं और जल्द ही यह आयोग भी अस्तित्व में आ जाएगा.’’

देश में लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने के विपक्ष के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए उन्होंने कहा ‘‘भविष्य में जब इतिहास लिखा जाएगा तो वर्तमान सरकार के कार्यकाल में जितने स्वास्थ्य सुधार हुए और पूरी दुनिया में उन्हें जिस तरह से सराहा गया, उसका जिक्र स्वर्ण अक्षरों में किया जाएगा.’’

उन्होंने कहा कि दोनों विधेयक लाने के लिए सरकार की मंशा साफ है और वह देश के हर नागरिक को उच्च कोटि की स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराना चाहती है. उन्होंने कहा कि वह सदन में मौजूद सदस्यों से इन विधेयकों को आम सहमति से पारित करने का अनुरोध करते हैं.

मंत्री के जवाब के बाद सदन ने दोनों विधेयकों को ध्वनिमत से मंजूरी दे दी. इसके साथ ही सदन ने पिछले दिनों जारी होमियोपैथी केंद्रीय परिषद (संशोधन) अध्यादेश तथा भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद (संशोधन) अध्यादेश को नामंजूर करने के लिए विपक्ष द्वारा पेश संकल्प को अस्वीकार कर दिया.

12:05 September 18

राज्यसभा से पास हुआ होम्योपैथी केंद्रीय परिषद (संशोधन) विधेयक 2020

राज्यसभा से पास हुआ होम्योपैथी केंद्रीय परिषद (संशोधन) विधेयक 2020

लंबी चर्चा के बाद राज्यसभा में होम्योपैथी केंद्रीय परिषद (संशोधन) विधेयक 2020 बिल पास कर दिया गया. बता दें कि सदन में कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने सरकार से सवाल किया कि होमियोपैथी केंद्रीय परिषद के गठन में तीन साल क्यों लग गए.

कांग्रेस सदस्य रिपुन बोरा ने कहा कि होमियोपैथी केंद्रीय परिषद पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे और उसके स्थान पर संचालक मंडल की स्थापना की गई थी. शुरू में कहा गया था कि एक साल के अंदर परिषद का गठन कर लिया जाएगा. बाद में वह समय बढ़ाकर दो साल कर दिया. अब इसके लिए तीन साल की बात की जा रही है.

उन्होंने सवाल किया कि दो साल बीत जाने के बाद भी इस परिषद का गठन नहीं हो सका. बोरा सदन में होमियोपैथी केंद्रीय परिषद (संशोधन) विधेयक, 2020 और भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद (संशोधन) विधेयक, 2020 पर एक साथ हुयी चर्चा में भाग ले रहे थे. 

10:48 September 18

हेल्थ फॉर ऑल पर चर्चा

हेल्थ फॉर ऑल

उत्तर प्रदेश से बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने स्वास्थ सुविधाओं को बेहतर बनाने के साथ आयुर्वेदिक और होम्योपैथी दवाओं को बढ़ावा देने के लेकर चर्चा की. 

10:12 September 18

राज्यसभा में आज कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होने के आसार हैं. सदन की कार्यवाही साढ़े नौ बजे के बाद फिर से शुरू हो गई है. 

08:20 September 18

राज्यसभा लाइव-

पूर्व सदस्यों के निधन पर दी गई श्रद्धांजलि

नई दिल्ली :राज्यसभा में आज कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होने के आसार हैं. सदन की कार्यवाही साढ़े नौ बजे के बाद फिर से शुरू हो गई है. 

राज्यसभा ने शुक्रवार को अपने मौजूदा सदस्य अशोक गस्ती और पूर्व सदस्य कपिला वात्स्यायन का निधन होने पर उनको श्रद्धांजलि दी और उनके सम्मान में आधे घंटे के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी.

सभापति एम वेंकैया नायडू ने सुबह उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर भाजपा नेता अशोक गस्ती और कपिला वात्स्यायन के निधन का जिक्र किया. गस्ती उच्च सदन में कर्नाटक का प्रतिनिधित्व कर रहे थे वहीं कपिला दो बार उच्च सदन की मनोनीत सदस्य रहीं.

नायडू ने कहा कि 55 वर्षीय गस्ती का कल रात एक अस्पताल में निधन हो गया. वह गंभीर रूप से बीमार थे.

पेशे से वकील गस्ती छात्र जीवन से सार्वजनिक जीवन में आ गए थे और वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े हुए थे. समाज के पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए काम करने वाले गस्ती ने हाल ही में उच्च सदन की सदस्यता की शपथ ली थी लेकिन वह सदन की कार्यवाही में भाग नहीं ले सके.

नायडू ने कहा कि वह गस्ती को उनके छात्र जीवन से ही जानते थे और वह जमीन से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता थे. उन्होंने कहा कि अपने किसी सहयोगी को खोना काफी दुखद होता है.

उन्होंने कपिला का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें पद्म विभूषण और राजीव गांधी सद्भावना पुरस्कार सहित कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था. उनकी शिक्षा-दीक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय, अमेरिका के मिशिगन विश्वविद्यालय और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में हुई थी.

कपिला प्रख्यात शिक्षाविद और भारतीय संस्कृति एवं कला की विशेषज्ञ भी थीं. उनका 16 सितंबर को 91 वर्ष की आयु में निधन हो गया था.

सदस्यों ने दिवंगत आत्माओं के सम्मान में कुछ क्षणों का मौन रखा और उसके बाद उनके सम्मान में सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई.

वहीं, आज शिवसेना सांसद संजय राउत ने प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध को लेकर किसानों के आंदोलन पर राज्यसभा में शून्यकाल नोटिस दिया है.

सीपीआई (एम) के सांसद केके रागेश ने राज्यों को जीएसटी मुआवजे का भुगतान न करने पर राज्यसभा में शून्यकाल नोटिस दिया है. वहीं बीजेपी सांसद अशोक बाजपेयी ने राज्यसभा में 'लापता बच्चों के मुद्दे' पर शून्यकाल नोटिस दिया है.

Last Updated : Sep 18, 2020, 1:47 PM IST

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