चंडीगढ़ : विभिन्न देशों के बीच संघर्ष में जाहिर तौर पर सोशल मीडिया के प्रभाव का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि अब मोबाइल फोन की मारक क्षमता मिसाइलों से भी कहीं ज्यादा हो गई है.
रक्षा मंत्री ने यहां वार्षिक सैन्य साहित्य महोत्सव (एमएलएफ) को संबोधित करते हुए आगाह किया कि भविष्य में विभिन्न प्रकार के सुरक्षा खतरे सामने आ सकते हैं.
उन्होंने आनलाइन संबोधन में कहा, 'यह कार्यक्रम दूसरे दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है... समय बदलने के साथ ही खतरों और युद्धों की प्रकृति भी बदल रही है. भविष्य में, सुरक्षा से जुड़े अन्य विषय हमारे सामने आ सकते हैं.'
सिंह ने उन्होंने कहा कि संघर्ष धीरे-धीरे इस तरह से 'व्यापक' होते जा रहे हैं जिनके बारे में पहले कभी कल्पना नहीं की गई थी.
संभवत: सोशल मीडिया और मोबाइल ऐप के प्रभाव के संदर्भ में उन्होंने कहा, 'आज, एक मोबाइल की मारक क्षमता एक मिसाइल की पहुंच से भी अधिक हो गई है.'
उन्होंने कहा कि दुश्मन अब कोई सीमा पार किए बिना भी लोगों तक पहुंच सकता है. उन्होंने हर सभी से एक सैनिक की भूमिका निभाने का आग्रह किया.
सिंह ने कहा, 'हमें इन खतरों से सतर्क रहना चाहिए और गलत एवं भ्रामक जानकारी से खुद को और दूसरों को भी बचाना चाहिए. यह तरह के महोत्सव इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.' उन्होंने साहित्यकारों से अपनी प्रतिभा का पूरा उपयोग इसके लिए करने का आग्रह किया.
रक्षा मंत्री ने विशिष्ट रूप से चीन का जिक्र नहीं किया. लेकिन वास्तविक नियंत्रण रेखा पर दोनों देशों के बीच गतिरोध शुरू होने के बाद से भारत ने हाल के महीनों में राष्ट्रीय सुरक्षा और गोपनीयता से संबंधित चिंताओं का जिक्र करते हुए कई चीनी मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगाए हैं.
इनमें लोकप्रिय टिकटॉक और वीचैट जैसे ऐप शामिल हैं.
सिंह ने कहा कि महोत्सव का इस वर्ष का संस्करण विशेष है क्योंकि देश 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध का 50वां वर्ष मना रहा है.