जयपुर : राजस्थान में राज्यसभा चुनाव से पहले विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर शुरू हुआ सियासी घमासान थपने का नाम नहीं ले रहा है. इस बीच भाजपा ने शुक्रवार को विधानसभा में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव दिया है. फिर शाम होते-होते एसओजी-एटीएस ने इस मामले में तफ्तीश पुख्ता करते हुए एफआईआर दर्ज की और आरोपियों को हिरासत में लेने की कार्रवाई शुरू की. इसके बाद से राजस्थान में एक बार फिर सरकार गिराने की कथित साजिश पर सियासत शुरू हो गई, जो अभी जारी है. आइए आपको बताते हैं पूरा घटनाक्रम कैसे चला...
भाजपा ने दर्ज कराया विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव
शुक्रवार की दोपहर अचानक नेता प्रतिपक्ष सहित अन्य भाजपा नेता विधानसभा पहुंचे और राज्यसभा चुनाव के दौरान विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव दिया.
कांग्रेस की एसओजी को पत्र लिखने की तैयारी
सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी ने ईटीवी भारत के साथ बातचीत करते हुए भाजपा के इस कदम को बौखलाहट करार दिया है. उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस की ओर से विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में दी गई शिकायत पर आगे की कार्रवाई के लिए पत्र लिखेंगे.
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एसओजी ने शुक्रवार को ही दर्ज की FIR
ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत में एसओजी व एटीएस एडीजी अशोक कुमार राठौड़ ने बताया कि इस प्रकरण में दो मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर डाला गया था. जिसके आधार पर जांच को आगे बढ़ाते हुए एफआईआर दर्ज कर ली गई है. उन्होंने इस बात को स्वीकारा कि दोनों मोबाइल नंबरों पर पैसों के लेन-देन और पद का प्रलोभन देने के तथ्य सामने आए हैं.
सीएम का बयान दर्ज करेगा एसओजी
एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) व एटीएस एडीजी अशोक कुमार राठौड़ ने ईटीवी भारत से कहा कि इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित पक्षकार बने मंत्रियों और विधायकों के बयान भी दर्ज किए जाएंगे.
कांग्रेस के 26 विधायकों ने जारी किया संयुक्त बयान
मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद शुक्रवार देर रात कांग्रेस ने अपने 26 विधायकों का एक संयुक्त बयान जारी किया. जिसमें भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त और सरकार गिराने की साजिश के आरोप लगाए गए. इस संयुक्त बयान के नोट पर मुख्य सचेतक और उप-मुख्य सचतेक के हस्ताक्षर भी थे.
एफआईआर की कॉपी आई बाहर
शनिवार सुबह मामला और आगे बढ़ा और एसओजी-एटीएस की ओर से दर्ज प्रकरण की एक कॉपी मीडिया में बाहर आई. इस कॉपी में प्रकरण से जुड़े कई तथ्य उजागर हुए. इसमें सर्विलांस पर डाले गए मोबाइल नंबरों पर हुई बातचीत के आधार पर कथित तौर पर 25-25 करोड़ में विधायकों को खरीदने का अंश भी शामिल है.
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शनिवार सुबह शुरू हुई कार्रवाई
इस बीच शनिवार की सुबह एसओजी ने कार्रवाई करते हुए उदयपुर से अशोक सिंह चौहान और अजमेर के ब्यावर से भारत भाई नाम के दो आरोपियों को हिरासत में लिया. दोनों आरोपियों का बैकग्राउंड बीजेपी से बताया जा रहा है, दोनों से जयपुर स्थित एसओजी-एटीएस मुख्यालय पर पूछताछ की जाएगी.
एसओजी ने लिखा सीएम और डिप्टी सीएम को पत्र
इस मामले में जांच को आगे बढ़ाने के लिए एसओजी-एटीएस ने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट से समय मांगा है. एसओजी-एटीएस के एडीजी ने बताया कि उनके बयान दर्ज करने के लिए समय मांगा गया है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रेस वार्ता
इस प्रकरण में जारी सियासत पर प्रदेश के मुख्यमंत्री मीडिया के सामने आए और प्रेस वार्ता कर अपना पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार को कोई खतरा नहीं है. सरकार स्थिर है और पांच साल चलेगी. हम अगले चुनाव को जीतने की तैयारी भी कर रहे हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि जिस समय राजस्थान सरकार के कोरोना प्रबंधन की चर्चा पूरे देश में हो रही है, ऐसे समय में सरकार गिराने की साजिश रची जा रही है. उन्होंने स्वीकार किया कि एसओजी की ओर से उन्हें भी नोटिस भेजा गया है, ताकि बयान दर्ज किए जा सकें.