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राजस्थान में खरीद-फरोख्त को लेकर सियासी घमासान, जानें पूरा घटनाक्रम

राजस्थान में राज्यसभा चुनाव से पहले विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर शुरू हुआ सियासी घमासान थपने का नाम नहीं ले रहा है. एक बार फिर सरकार गिराने की कथित साजिश पर सियासत शुरू हो गई है. यहां जानें राजस्थान सियासत का पूरा घटनाक्रम कैसे चला...

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Published : Jul 11, 2020, 8:26 PM IST

जयपुर : राजस्थान में राज्यसभा चुनाव से पहले विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर शुरू हुआ सियासी घमासान थपने का नाम नहीं ले रहा है. इस बीच भाजपा ने शुक्रवार को विधानसभा में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव दिया है. फिर शाम होते-होते एसओजी-एटीएस ने इस मामले में तफ्तीश पुख्ता करते हुए एफआईआर दर्ज की और आरोपियों को हिरासत में लेने की कार्रवाई शुरू की. इसके बाद से राजस्थान में एक बार फिर सरकार गिराने की कथित साजिश पर सियासत शुरू हो गई, जो अभी जारी है. आइए आपको बताते हैं पूरा घटनाक्रम कैसे चला...

भाजपा ने दर्ज कराया विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव
शुक्रवार की दोपहर अचानक नेता प्रतिपक्ष सहित अन्य भाजपा नेता विधानसभा पहुंचे और राज्यसभा चुनाव के दौरान विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव दिया.

कांग्रेस की एसओजी को पत्र लिखने की तैयारी
सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी ने ईटीवी भारत के साथ बातचीत करते हुए भाजपा के इस कदम को बौखलाहट करार दिया है. उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस की ओर से विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में दी गई शिकायत पर आगे की कार्रवाई के लिए पत्र लिखेंगे.

मीडिया को जानकारी देते सीएम गहलोत

पढ़ें : भाजपा ने राजस्थान को बनाया बकरा मंडी, सरकार गिराने की कोशिश : अशोक गहलोत

एसओजी ने शुक्रवार को ही दर्ज की FIR
ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत में एसओजी व एटीएस एडीजी अशोक कुमार राठौड़ ने बताया कि इस प्रकरण में दो मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर डाला गया था. जिसके आधार पर जांच को आगे बढ़ाते हुए एफआईआर दर्ज कर ली गई है. उन्होंने इस बात को स्वीकारा कि दोनों मोबाइल नंबरों पर पैसों के लेन-देन और पद का प्रलोभन देने के तथ्य सामने आए हैं.

सीएम का बयान दर्ज करेगा एसओजी
एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) व एटीएस एडीजी अशोक कुमार राठौड़ ने ईटीवी भारत से कहा कि इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित पक्षकार बने मंत्रियों और विधायकों के बयान भी दर्ज किए जाएंगे.

मीडिया को जानकारी देते सीएम गहलोत

कांग्रेस के 26 विधायकों ने जारी किया संयुक्त बयान
मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद शुक्रवार देर रात कांग्रेस ने अपने 26 विधायकों का एक संयुक्त बयान जारी किया. जिसमें भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त और सरकार गिराने की साजिश के आरोप लगाए गए. इस संयुक्त बयान के नोट पर मुख्य सचेतक और उप-मुख्य सचतेक के हस्ताक्षर भी थे.

एफआईआर की कॉपी आई बाहर
शनिवार सुबह मामला और आगे बढ़ा और एसओजी-एटीएस की ओर से दर्ज प्रकरण की एक कॉपी मीडिया में बाहर आई. इस कॉपी में प्रकरण से जुड़े कई तथ्य उजागर हुए. इसमें सर्विलांस पर डाले गए मोबाइल नंबरों पर हुई बातचीत के आधार पर कथित तौर पर 25-25 करोड़ में विधायकों को खरीदने का अंश भी शामिल है.

पढ़ें : राजस्थान में खरीद-फरोख्त केस : सीएम गहलोत का बयान दर्ज करेगा एसओजी

शनिवार सुबह शुरू हुई कार्रवाई
इस बीच शनिवार की सुबह एसओजी ने कार्रवाई करते हुए उदयपुर से अशोक सिंह चौहान और अजमेर के ब्यावर से भारत भाई नाम के दो आरोपियों को हिरासत में लिया. दोनों आरोपियों का बैकग्राउंड बीजेपी से बताया जा रहा है, दोनों से जयपुर स्थित एसओजी-एटीएस मुख्यालय पर पूछताछ की जाएगी.

मीडिया से बात करते राजस्थान भाजपा अध्यक्ष

एसओजी ने लिखा सीएम और डिप्टी सीएम को पत्र
इस मामले में जांच को आगे बढ़ाने के लिए एसओजी-एटीएस ने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट से समय मांगा है. एसओजी-एटीएस के एडीजी ने बताया कि उनके बयान दर्ज करने के लिए समय मांगा गया है.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रेस वार्ता
इस प्रकरण में जारी सियासत पर प्रदेश के मुख्यमंत्री मीडिया के सामने आए और प्रेस वार्ता कर अपना पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार को कोई खतरा नहीं है. सरकार स्थिर है और पांच साल चलेगी. हम अगले चुनाव को जीतने की तैयारी भी कर रहे हैं.

उन्होंने यह भी कहा कि जिस समय राजस्थान सरकार के कोरोना प्रबंधन की चर्चा पूरे देश में हो रही है, ऐसे समय में सरकार गिराने की साजिश रची जा रही है. उन्होंने स्वीकार किया कि एसओजी की ओर से उन्हें भी नोटिस भेजा गया है, ताकि बयान दर्ज किए जा सकें.

एसीबी ने दर्ज की प्राथमिकी
विधायकों की खरीद-फरोख्त प्रकरण में एसओजी के बाद मामले में अब एसीबी ने भी मुकदमा दर्ज कर लिया है. इस मामले में निर्दलीय विधायक सुरेश टांक, खुशवीर सिंह और ओमप्रकाश हुड़ला के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई. एसीबी सूत्रों का कहना है कि तीनों विधायक खरीद-फरोख्त के लिए करोड़ों रुपये की धनराशि लेकर पहुंचे थे.

मीडिया से बात करते राजस्थान भाजपा अध्यक्ष

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया की प्रेस वार्ता
विधायक खरीद-फरोख्त मामले में बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गहलोत सरकार पर एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. पूनिया ने कहा कि गहलोत अपनी सरकार की विफलताओं को छिपाने के लिए बीजेपी पर आरोप लगा रहे हैं. ये सब कांग्रेस का आंतरिक झगड़ा है, बीजेपी तो केवल दर्शक है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री में राष्ट्रीय नेता बनने की चाहत है, तभी वह बिना किसी सबूतों के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर आरोप लगाते हैं.

मामले पर सियासी रिएक्शन

महेश जोशी- मुख्य सचेतक

ईटीवी भारत के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि हमने जो आरोप लगाए थे वो एसओजी की जांच में साफ हो गए हैं. उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण बात ये है कि पूरे मामले में सच्चाई जनता के सामने आनी चाहिए. उन्होंने कहा अगर इस मामले में एसओजी मुझसे पूछताछ करेगी तो मैं जवाब दूंगा.

सतीश पूनिया- प्रदेशाध्यक्ष, राजस्थान भाजपा

भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने ईटीवी भारत के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में इस पूरे प्रकरण को सरकार का पॉलिटिकल प्रोपेगेंडा करार दिया. पूनिया ने कहा कि भाजपा विधायक इस प्रकार की घटनाओं से डरने वाले नहीं हैं. उन्होंने कहा कि सब कुछ आधार और तर्कहीन है. गहलोत सरकार अपनी कमजोरी हमारे सिर डालना चाह रही है.

महेन्द्र चौधरी- उप मुख्य सचेतक

इस मामले पर ईटीवी भारत के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में राजस्थान के उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार कांग्रेस को अस्थिर बनाने का षड्यंत्र कर रही है. लेकिन इसमें बीजेपी को कभी कामयाबी नहीं मिलेगी. उन्होंने कहा कि एसओजी की जांच में अब यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस विधायकों को खरीद-फरोख्त का प्रयास किया गया था.

पढ़ें-विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में बोले उप मुख्य सचेतक, कहा- BJP अपने मंसूबों में नहीं होगी कामयाब

राजेन्द्र राठौड़- उपनेता प्रतिपक्ष, राजस्थान विधानसभा

वहीं, प्रदेश के उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री गहलोत ने कांग्रेस आलाकमान की नजरों में खुद को सर्वश्रेष्ठ प्रबंधक और उपमुख्यमंत्री को खलनायक बनाने के लिए यह पटकथा लिखी है. राठौड़ ने कहा कि हमें अंदेशा है और पुख्ता यकीन भी है कि सरकार के इशारे पर बीजेपी के तमाम विधायक और प्रतिनिधियों के फोन टेप कराने का कृत्य भी सरकार कर रही है.

गजेन्द्र सिंह शेखावत- केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री

जोधपुर सर्किट हाउस में शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने विधायकों की खरीद-फरोख्त को मनगढ़ंत कहानी बताया. उन्होंने कहा कि राज्यसभा के चुनाव के समय जिस तरह की परिस्थितियां पैदा की गईं, तभी मैंने कहा था कि यह ऐसी फिल्म है, जिसके स्क्रिप्ट राइटर, निर्माता, निर्देशक और अभिनेता, सब एक ही व्यक्ति हैं.

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