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राजस्थान विधानसभा में गहलोत सरकार ने जीता विश्वासमत, सदन स्थगित

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Published : Aug 14, 2020, 7:46 AM IST

Updated : Aug 14, 2020, 4:54 PM IST

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16:19 August 14

राजस्थान विधानसभा 21 अगस्त तक स्थगित

राजस्थान विधानसभा में गहलोत सरकार ने विश्वासमत हासिल कर लिया है. विधानसभा 21 अगस्त तक स्थगित कर दी गई है.

16:05 August 14

सरकार गिरने नहीं दूंगा : गहलोत

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर साधा निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि आपने तय किया है कि सरकार नहीं चलने देंगे, मैने तय किया है कि सरकार गिरने नहीं दूंगा.

सदन में बोलते हुए गहलोत ने कहा कि राजस्थान में यह परंपरा नहीं रही किसी का अवैध तरीके से फोन टैप हो और ना यह राजस्थान में हुआ है. आप लोग वापस लड़ाई शुरू करवाना चाहते हो लेकिन वह सपने आपके पूरे नहीं होंगे . यह षड्यंत्र आप लोगों का था. आपकी की पार्टी का था. क्या किया आपने गोवा, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, मणिपुर के अंदर पूरा नंगा नाच हो रहा है. देश में डेमोक्रेसी खतरे में है. आपको चिंता होनी चाहिए कि देश में डेमोक्रेसी खतरे में है. देश में केवल 2 लोग राज कर रहे हैं. 

उन्होंने कहा कि आप ऐसे कर रहे हो जैसे आपको पता नहीं सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली. मैं 69 साल का हो गया हूं. 50 साल से राजनीति कर रहा हूं आप में से भी कई लोग इस बात के खिलाफ थे. 

उन्होंने कहा कि इस तरीके की परंपरा राजस्थान में नहीं रही कि सरकार गिराई जाए. छिपकर दिल्ली गए और सुबह आकर बोले हम दिल्ली गए नहीं. छिपकर वही जाता है जो किसी षड्यंत्र में शामिल होता है. आप लोग यह तय कर चुके हो कि हम राजस्थान सरकार को चलने नहीं देंगे और मैं यह तय कर चुका हूं कि मैं किसी भी कीमत पर राजस्थान से सरकार गिरने नहीं दूंगा.

15:15 August 14

पूनिया बोले- नोटिस विधानसभा स्पीकर ने दिया

  • सीपी जोशी ने कहा कि अगर मुझे विधायकों को लिखित टिप्पणी देकर जवाब मांगने का अधिकार नहीं तो फिर सदन की क्या जरूरत है.
  • नोटिस देने का काम सरकार की ओर से नहीं विधानसभा स्पीकर की ओर से हुआ.
  • सीपी जोशी ने कहा कि नोटिस देने में सरकार का कोई रोल नहीं था यह विधान सभा सचिवालय कर रोल था.
  • लिखित टिप्पणी और सोकोस में फर्क है.
  • लिखित टिप्पणी मैंने मांगी और उसके बाद मैं अपने विवेक का इस्तेमाल करता मेरा यह अधिकार है अगर उसमें भी मुझे रोका जाता है तो फिर इस सदन की कोई आवश्यकता नहीं है.
  • यह साफ लिखा है कि लिखित टिप्पणी मांगने का अधिकार है क्या मेरे विधायकों को पर मेरे ऊपर विश्वास नहीं था अध्यक्ष नियम और कायदों के अंतर्गत काम करें स्पीकर ने लिखित टिप्पणी मांगी और वह सरकार पर डाली जाए यह गलत है.

14:57 August 14

विधानसभा में बोलते सचिन पायटन

विधानसभा में बदली गई पायलट की सीट

पायलट बोले सरहद पर सबसे मजबूत सिपाही को भेजा जाता है आज मेरी सीट बदली गई और यह सीट ऐसी जगह हैं जो एक तरीके से सरहद है हमें जहां अपनी बात रखनी थी वहां रख दी अब सारी कांग्रेस के 125 लोग एकजुट हैं.

राठौड़ साहब मेरा नाम ले रहे हैं. अध्यक्ष जी जब आपने मेरी सीट में बदलाव किया और मैंने मेरी सीट को यहां पर पाया तो मैं बहुत लंबा इंटरवेंशन नहीं करना चाहता हूं. पहले मैं वहां बैठा था तो सुरक्षित था. सरकार का हिस्सा था. फिर मैंने सोचा अध्यक्ष महोदय ने मेरी सीट यहां पर क्यों रखी. 2 मिनट मैंने सोचा तो देखा कि यह सरहद है. पक्ष है. विपक्ष है. सरहद पर किसको भेजा जाता है सबसे मजबूत योद्धा को भेजा जाता है.

आज इस विश्वास मत पर जो चर्चा हो रही है उसमें बहुत सी बातें बोली गईं और बोली जाएंगी. समय के साथ-साथ सब बातों का खुलासा होगा मैं भाषण देने के लिए खड़ा नहीं हुआ हूं. सिर्फ इतना कहना चाहता हूं जो कुछ कहना था सुनना था. हम लोगों ने जिस डॉक्टर के पास अपना मर्ज बताना था हमने वहां बता दिया. इलाज बताने के बाद आज सवा सौ लोग यहां खड़े हैं. एक साथ कहने सुनने की जगह. वास्तविकता पर ध्यान देना होगा. आज सारी बातें खत्म कर कर सदन में जब प्रवेश किया है तो इस सरहद पर कितनी भी गोलाबारी हो हम सब लोग और मैं कवच और ढाल लेकर खड़े हैं.

14:57 August 14

सरकार का स्लोगन- 'जाने क्या हो जाए'

राजेन्द्र राठौड बोले- प्रदेश में कानून व्यवस्था की धज्जियां इसलिए उड़ी क्योंकि आईपीएस और आईएएस अधिकारी मैनेजमेंट में लगे हुए थे.

इस कारवां को लूटने के लिए जिम्मेदार कौन है. अगस्त क्रांति का महीना चल रहा है इस क्रांति में एक दूसरे को जिस तरीके से उपमा दी गई. नकारा-निकम्मा-बेशर्म-तिकड़म बाज. मैं समझता हूं कि आज पर्यटन विभाग का एक स्लोगन है कि जाने क्या दिख जाए और सरकार का स्लोगन है जाने क्या हो जाए.

सरकार के जहन में ही अंतर्विरोध था पहले तो सत्ता किसे सौंपी जाए इसे लेकर विवाद हुआ सत्ता उन लोगों को सौंपी जाए जो कभी सदन में नहीं दिखे जो, सभाओं में नहीं दिखे, जिन्होंने राजस्थान से सरोकार नहीं रखा जाए या फिर उनको सौंपा जाए जो जिनके नेतृत्व में जनता ने चाबी सौंपी थी. यह हालांकि कांग्रेस का खुद का सोचने का विषय है.

मुख्यमंत्री खुद कहते हैं कि मैंने डेढ़ साल से मैंने सहयोगी उपमुख्यमंत्री से बात नहीं की. तब तूफान तो आना ही था. वैसे सावन में चिंगारी लगती है तो बुझ जाती है लेकिन अबकी बार जो आग लगी उसके लिए डेढ़ महीने के लिए बारे में जाना पड़ा.

13:16 August 14

राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही शुरू

राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है. कांग्रेस ने स्पीकर के समक्ष रखा विश्वास मत प्रस्ताव.

11:10 August 14

राजस्थान विधानसभा का पांचवां सत्र शुरू

सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई. विधानसभा अध्यक्ष डा सीपी जोशी ने शोकाभिव्यक्ति के बाद सदन की कार्यवाही दोपहर एक बजे तक के लिए स्थगित कर दी.

जयपुर में भारी बारिश के बीच अनेक विधायक समय पर सदन में नहीं पहुंच पाए. कांग्रेस के विधायक बसों में भरकर विधानसभा में पहुंचे जो यहां जयपुर के बाहर एक निजी होटल में रुके हुए हैं.

सदन शुरू होने से ठीक पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि विधानसभा में सत्य की जीत होगी.

कांग्रेस ने अपने दो विधायकों विश्वेंद्र सिंह तथा भंवरलाल शर्मा का निलंबन रद्द किया.

09:28 August 14

सदन पटल पर 8 अध्यादेश रखे जाएंगे

15वीं विधानसभा के पांचवे सत्र में सदन पटल पर 8 अध्यादेश रखे जाएंगे. साथ ही सदन में कोविड-19 प्रबंधन और लॉकडाउन से आर्थिक स्थिति पर हुए अवसर पर भी चर्चा होगी. 

विधानसभा के सचिव विधानसभा के गत सत्र में पारित उन विधेयकों का विवरण सदन की पटल पर रखेंगे, जिन पर राज्यपाल की अनुमति प्राप्त हो चुकी है.

09:27 August 14

बसपा का अपने पूर्व विधायकों को व्हिप जारी

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने राजस्थान में फ्लोर टेस्ट के दौरान अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ वोट करने के लिए अपने पूर्व विधायकों को एक व्हिप जारी किया है. गौरतलब है कि शुक्रवार से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र के दौरान फ्लोर टेस्ट आयोजित किया जा सकता है. पिछले साल बसपा के छह विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए थे. इसे बसपा ने अवैध करार दिया था और अदालत में चुनौती दी थी.

यह व्हिप पार्टी महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा द्वारा जारी किया गया है. उन्होंने छह विधायकों को दसवीं अनुसूची के सेक्शन 2 (1) (ए) के तहत जारी व्हिप के अनुसार वोट करने या दसवीं अनुसूची के 2 (1) (बी) के तहत अयोग्यता का सामना करने के निर्देश दिए हैं.

08:15 August 14

गहलोत बोले-अपने तो अपने होते हैं

गहलोत ने बीती बात को भुलाने का आह्वान करते हुए कहा, 'अपने ताउ अपने होते हैं. हम इन 19 विधायकों के बिना भी सदन के पटल पर बहुमत साबित कर सकते थे, लेकिन तब चारों ओर खुशी नजर नहीं आएगी.'

गहलोत ने आगे कहा, 'हम खुद ही अविश्वास प्रस्ताव को आगे बढ़ाएंगे. हम अपने उन विधायकों की शिकायतों को भी हल करेंगे जो हमसे नाराज हैं.'

07:33 August 14

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मीडिया में बयान देने और इंटरव्यू देने पर रोक

प्रदेश में पिछले काफी समय से चल रही सियासी उठापटक अब थम सी गई है. इस दौरान गहलोत और पायलट के खेमों की तरफ से एक दूसरे पर कई आरोप-प्रत्यारोप लगाए गए. जिसको देखते एआईसीसी ने सीएम गहलोत, सचिन पायलट और सभी विधायकों के मीडिया में बयान देने और इंटरव्यू देने पर रोक लगा दी गई है.

विधायक दल की बैठक में संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल ने कहा, 'मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं आप लोग मीडिया में बयानबाजी और इंटरव्यू ना दें. यह मैसेज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी की तरफ से आया है. हम प्रदेश में एक स्थाई सरकार चाहते हैं. इसलिए सीएम गहलोत, सचिन पायलट और सभी विधायक मीडिया में बयानबजी करने और इंटरव्यू देने से बचें.'

अब देखना होगा कि दोनों गुटों में टकराव की स्थिति में कुछ कमी देखने को मिलती है या हालात एक बार फिर से बदल सकते हैं. वहीं जनता के चुने हुए नुमाइंदों पर पार्टी द्वारा मीडिया में बात करने पर रोक लगाने का फैसला कितना सही है. एक तरफ कांग्रेस के नेता लोकतंत्र बचाने की बात करते नजर आते हैं. वहीं दूसरी तरफ जनता के प्रतिनिधियों को मीडिया से बात नहीं करने का निर्देश दिया जाता है.

पढ़ें:विधानसभा में सचिन पायलट की सीट हुई चेंज, जानिए कौन किस सीट पर बैठेगा...

07:25 August 14

राजस्थान राजनीतिक घटनाक्रम : विधानसभा सत्र लाइव अपडेट

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गुरुवार का घटनाक्रम

अशोक गहलोत की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार ने सत्र के दौरान विश्वास प्रस्ताव लाने तो मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की घोषणा की है जिससे विधानसभा का यह सत्र काफी हंगामेदार रहने की संभावना है.

इससे पहले गुरुवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात रही. लगभग एक महीने की सियासी खींचतान का एक तरह से पटाक्षेप करते हुए दोनों नेता मुख्यमंत्री निवास में मिले.

इसके बाद कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई जिसमें पायलट व 18 अन्य विधायक भी शामिल हुए. बैठक में मुख्यमंत्री गहलोत ने विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव लाने की घोषणा की.

भाजपा की विधायक दल में पार्टी ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया. बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा, 'हम अपनी तरफ से अविश्वास प्रस्ताव लेकर आ रहे हैं. हमने अपने प्रस्ताव में उन सारे बिंदुओं को लिया है जो आज राजस्थान में ज्वलंत हैं.'

गुरुवार को भाजपा ने अपने विधायक दल की बैठक बुलाई. बैठक में सभी विधायकों को सख्त निर्देश दिए गए हैं. सभी विधायकों से कहा गया है कि वो भाजपा के खेमे में ही बैठें. 

Last Updated : Aug 14, 2020, 4:54 PM IST

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