नई दिल्लीः देश के कई राज्यों में बाढ़ और बारिश से लोगों का हाल बेहाल है. लगातार भारी बारिश और जलप्रलय से कई हिस्सों की हाल-बेहाल है. बाढ़ ने कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र और गुजरात की स्थित बिगाड़ कर रख दिया है. लोग घरों को छोड़कर राहत शिविर में रहने को मजबूर है.
केरल में बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 103 हो गई है. निकटवर्ती विज्हिंजम में नाव डूबने से एक मछुआरे की मौत हो गई थी, जबकि तीन को बचा लिया गया था.
भारी बारिश के आसार के चलते 11 जिलों में शिक्षण संस्थान बुधवार तक बंद हैं.
इस बीच, यहां मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने पत्रकारों से कहा कि सरकार प्रभावितों को हरसंभव मदद मुहैया कराने की कोशिश कर रही है.
वित्तीय सहायता की घोषणा करते हुए, विजयन ने कहा कि राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) के मानदंडों के अनुसार, प्रभावित परिवारों को तत्काल सहायता के रूप में 10,000 रुपए दिए जाएंगे.
उन्होंने बताया कि अपने घर और जमीन खोने वालों को 10 लाख रुपए दिए जाएंगे. जिनके घर क्षतिग्रस्त हुए हैं उन्हें चार लाख रुपए दिए जाएंगे. बाढ़ में मरे लोगों के परिवार को 4 लाख रुपए दिए जाएंगे.
महाराष्ट्र के लिए राहत भरी खबर है. कोल्हापुर और सांगली में जन जीवन समान्य हो रहा है. आधिकारियों ने जानकारी दी है कि दोनों जिलों की प्रमुख नदियां अब खतरे के निशान से नीचे बह रही है.
चारों राज्यों मौत की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. मरने वालों की संख्या 225 हो गई. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगातार राहत बचाव अभियान चलाया जा रहा है. कई राज्यों में तो बाढ़ ने देश का सबसे बड़ा त्यौहार स्वतंत्रता दिवस को फीका करके रख दिया है.
जाने क्या है बाढ़ से राज्यों का हाल
केरल
केरल में बाढ़ ने तबाही मचा कर रख दिया है. लोगों को हाल बेहाल है. बाढ़ ने अपने अंदर 95 जिंदगियां समेट ली है. इसमें और इजाफा होने की आंशका है, क्योंकि 59 लोग अभी लापता हैं.
केरल में हो सकती है.
राज्य में बारिश होने का अनुमान है. केरल के एर्णाकुलम, इडुक्की और अलप्पुझा जिले के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है .
तिरुवनंतपुरम में भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक के संतोष ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर निम्न दबाव क्षेत्र मजबूत होने से राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश होने का अनुमान है.
केरल दौरे पर गए वायनाड सांसद राहुल गांधी ने वायनाड में बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति पर प्रधान मंत्री को एक पत्र लिखा है. पत्र में केंद्र सरकार को बाढ़ की स्थिति से अवगत कराया है. इससे वायनाड और अन्य बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों के सुरक्षा के लिए आदेश दे सके.
कर्नाटक
कर्नाटक में बाढ़ से हाल बदहाल है. राज्य की प्रमुख नदियां उफान पर है. तुंगभद्रा नदी के जलस्तर में वृद्धि से यूनिस्कों धरोंहर हम्पी पर खतरा मंड़रा रहा है. कर्नाटक में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 48 हो गई है. इसी बीच कर्नाटक से अच्छी खबर आई है कि मौसम में सुधार हुआ है.