गुजरात के सूरत जिले के लिंबायत क्षेत्र में मूसालधार बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है. रिहायशी इलाकों में बाढ़ का पानी घुस आया है. इससे जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.
बिहार में बाढ़ से 15 जिले प्रभावित, केरल भूस्खलन में मृतकों का आंकड़ा हुआ 57
19:11 August 16
गुजरात में मूसलाधार बारिश
13:26 August 16
हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन
हिमाचल प्रदेश के मंडी में भारी बारिश के कारण रविवार को भूस्खलन हुआ है.
13:23 August 16
दिल्ली में हल्की बारिश की संभावना
अगले 2 घंटों में दिल्ली के डेग, जट्टारी, अलीगढ़, बावल, रेवाड़ी, नूंह, सोहना, हापुड़, गलौटी, मोदीनगर, बुलंदशहर, जहांगीराबाद, खुर्जा, ग्रेटर नोएडा, पलवल में हल्की बारिश हो सकती है : आईएमडी
11:45 August 16
केरल में भूस्खलन से अब तक 57 की मौत
केरल के इडुक्की में भारी बारिश के बाद हुई भू-स्खलन की घटना में अब तक 57 लोगों की मौत हो चुकी है. रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. अब तक 12 लोगों को सुरक्षित बचाया गया है, जबकि 13 लोग अभी भी लापता हैं.
08:25 August 16
बिहार में कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर
बिहार के कई जिलों में नदियों के बढ़ते जलस्तर से बाढ़ आ गई है. मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, दरभंगा और सीतामढ़ी सहित 15 जिले बाढ़ की चपेट में हैं. गंगा, महानंदा, बूढ़ी गंडक, बागमती और कोसी सहित उत्तर बिहार की कई नदियां उफान पर हैं. यह नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. इससे लोगों में डर समाया है. वहीं, कुछ नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं, लेकिन उसके जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है.
07:39 August 16
असम में बाढ़ से तीन जिलों के 13,300 लोग प्रभावित
असम के एक जिले में बाढ़ का पानी घटने से प्रभावित लोगों की संख्या घटकर 13,300 से कुछ अधिक रह गई. बाढ़ से अब तीन जिले प्रभावित हैं. शनिवार को आधिकारिक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी बाढ़ संबंधी नियमित बुलेटिन में बताया गया कि धेमाजी, लखीमपुर और बास्का जिलों के 36 गांवों में अब भी जलभराव है. शुक्रवार के बाद से विश्वनाथ जिले में बाढ़ का पानी कम हुआ. बाढ़ और भूस्खलन के कारण राज्य में अब तक 138 लोगों की मौत हो चुकी है.
बाढ़ से सर्वाधिक 10,600 लोग लखीमपुर में प्रभावित हैं. जोरहाट और सोनितपुर जिलों में ब्रह्मपुत्र नदी अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
07:17 August 16
देश के कई हिस्सों में बाढ़
आंध्र प्रदेश में गोदावरी नदी के उफान पर आने के बाद पूर्वी और पश्चिमी गोदावरी जिलों में कई द्वीपीय गांव जलमग्न हो गए हैं. साथ ही, सड़क संपर्क टूट गया है. प्रदेश सरकार ने किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए राज्य आपदा मोचन बल की टीमें तैनात की हैं.
अधिकारियों ने बाढ़ का 11.21 लाख क्यूसेक पानी राजमहेंद्रवरम के पास दोवालेस्वमरम स्थित सर आर्थर कॉटन बराज पहुंचने के बाद प्रथम चेतावनी जारी की है.
कॉटन बराज में शनिवार दोपहर तक 2.93 टीएमसी फुट पानी भर जाने के कारण बाढ़ का समूचा पानी बंगाल की खाड़ी में प्रवाहित किया गया. गोदावरी नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश होने के चलते शुक्रवार से नदी का जल स्तर काफी बढ़ गया है. रविवार सुबह तक दूसरी चेतावनी जारी किए जाने की उम्मीद है क्योंकि बाढ़ का पानी 13 लाख क्यूसेक को पार कर सकता है.
आंध्र प्रदेश के आपदा प्रबंधन आयुक्त के. कन्ना बाबू ने कहा हमने बाढ़ के मद्देनजर अधिकारियों को सभी एहतियाती उपाय के लिए सतर्क कर दिया है.उन्होंने कहा कि किसी भी अकस्मात स्थिति से निपटने के लिये एसडीआरएफ की दो टीमें राजमहेंद्रवरम में तैयार रखी गई है. साथ ही एनडीआरएफ की टीमें भी तैयार रखी गई हैं.
बाढ़ का पानी बढ़ने के कारण प्रभावित गांवों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. अगले 48 घंटों में भारी से बहुत भारी बारिश होन की संभावना है.