नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी में आंतरिक घमासान मचा हुआ है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की स्थिति को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है. कभी ये खबर आती है कि वे अपने इस्तीफे पर अड़े हुए हैं, तो कभी इसका खंडन चला आता है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रियंका गांधी और अहमद पटेल ने राहुल को पद ना छोड़ने पर सहमत कर लिया है.
मंगलवार को राहुल गांधी से प्रियंका गांधी ने मुलाकात की है. उनके साथ पार्टी के मीडिया प्रमुख रणदीप सुरजेवाला भी थे. खबरों के मुताबिक आज शाम राहुल गांधी ने सीनियर नेताओं की बैठक बुलाई है. उसके बाद संभव है इन सारी स्थितियों से पर्दा हट सकेगा.
एक दिन पहले यानि सोमवार को राहुल गांधी ने किसी भी नेताओं से मुलाकात नहीं की. कहा जाता है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उनसे मिलना चाहते थे, लेकिन राहुल इसके लिए तैयार नहीं हुए. केसी वेणुगोपाल से मुलाकात के बाद गहलोत लौट गए. सचिन पायलट भी राहुल से मिलना चाहते थे, लेकिन उनसे भी मुलाकात के लिए राहुल तैयार नहीं हुए.
अभी तक कई स्टेट प्रमुख इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं. लेकिन जब तक राहुल को लेकर कोई अंतिम फैसला नहीं हो जाता है, तब तक इन इस्तीफों पर कोई विचार नहीं हो सकता है.
इस्तीफा देनेवालों में पंजाब कांग्रेस अध्योक्ष सुनील जाखड़, उत्तरप्रदेश यूनिट के अध्यक्ष राज बब्बर, दिल्ली से शीला दीक्षित, झारखंड से अजय कुमार शामिल हैं.
हार के बाद प्राथमिक समीक्षा के लिए जब सीडब्लूसी की बैठक हुई, तो ऐसा माना जाता है कि राहुल ने सीनियर नेताओं की कार्यशैली और उनकी कार्यक्षमता को लेकर नाराजगी जाहिर की. खासतौर पर 'पुत्रमोह' के विषय पर वे जमकर बरसे हैं. हालांकि, आधिकारिक तौर पर इस विषय को लेकर किसी कांग्रेस नेता ने कोई बात नहीं कही है. सभी अटकलें मीडिया रिपोर्ट पर आधारित हैं.