नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि युवाओं की समस्या का समाधान करने के बजाय नरेंद्र मोदी राष्ट्र को विचलित करने और लोगों को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं.
राहुल ने सोमवार को सीएए सहित अन्य मुद्दों पर कांग्रेस द्वारा बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक के बाद मीडिया से कहा कि युवाओं की आवाज वैध है, इसे दबाया नहीं जाना चाहिए, सरकार को इसे सुनना चाहिए.
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी को युवाओं को यह बताने की हिम्मत होनी चाहिए कि भारतीय अर्थव्यवस्था एक आपदा क्यों बन गई है . उनके पास छात्रों के सामने खड़े होने की हिम्मत नहीं है.
पीएम मोदी को चुनौती देते हुए राहुल ने कहा, 'मैं उन्हें किसी भी विश्वविद्यालय में जाने की चुनौती देता हूं, वे बिना पुलिस के वहां खड़े हों और लोगों को बताएं कि वह इस देश के लिए क्या करने जा रहे हैं.'
बता दें कि सोमवार को कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों ने एक अहम बैठक की, जिसमें संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध में हुए प्रदर्शनों और कई विश्वविद्यालय परिसरों में हिंसा के बाद पैदा हुए हालात, आर्थिक मंदी तथा कई अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई.बैठक में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सरकार पर निशाना साधा.
उन्होंने कहा कि सरकार ने नफरत फैलाई और लोगों को साम्प्रदायिक आधार पर बांटने की कोशिश की है.
सोनिया ने बैठक में कहा, 'प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने लोगों को गुमराह किया. उन्होंने केवल हफ्तों पहले दिए गए अपने खुद के बयानों का खंडन किया और अपने उत्तेजक बयान जारी रखे.
सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि संविधान को कमजोर किया जा रहा है और शासन का दुरुपयोग हो रहा है. देशभर में युवा विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. तत्काल कारण सीएए और एनआरसी है, लेकिन यह व्यापक निराशा और क्रोध को दिखाता है