नई दिल्ली: पंजाब सरकार ने गूगल द्वारा जारी किए गए एक ऐप को लेकर आपत्ति जताई है. पंजाब सरकार का कहना है कि ये भारत विरोधी ऐप है. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह इस ऐप को तुरंत गूगल प्ले स्टोर से हटाने की मांग कर हैं.
कैप्टन ने डीजीपी को निर्देश दिए कि वह तत्काल केंद्रीय जांच एजेंसियों को इस मामले के बारे में बताएं और मामले की सही ढंग से जांच करने के लिए अनुरोध करें. सीएम का कहना है कि ये मामला आगे चल कर और भी बढ़ सकता है.
इसके साथ ही सीएम अमरिंदर सिंह ने अपने अधिकारियों से आईटी कंपनी गूगल से सुरक्षा के पैमाने को सामने रखते हुए बात करने के लिए कहा है. साथ ही केंद्र सरकार से भी गूगल पर दबाब बनाने के लिए कहा, ताकि ये ऐप जल्द से जल्द हटाया जाए.
यहां तक की राज्य सरकार ने अपने पक्ष की बात गूगल तक पहुंचाई भी है. इस बात की जानकारी एक आधिकारिक प्रवक्ता ने दी है. उन्होंने बताया कि पंजाब के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस दिनकर गुप्ता इस मामले पर मुख्यमंत्री के कहे अनुसार काम कर रहे हैं. वह केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों से भी इस मामले पर निपटने के लिए बातचीत कर रहे हैं.
आगे वह बताते हैं कि करतारपुर गलियारा खुलने के साथ ही यह मामला सामने आया है. एजेंसियों को इस ऐप से पैदा होने वाले खतरों के बारे में भी विस्तार से बताया जा रहा है.
इस मामले पर अमरिंदर सिंह ने कहा कि यह ऐप गूगल प्ले पर मुफ्त में डाउनलोड किया जा सकता है. इस ऐप का एजेंडा सिख समुदाय के लोगों को भड़काना और उकसाना है. यह गुरु नानक देव के 550 वें प्रकाश पर्व के मौके पर किया जा रहा है. इस ऐप को तुरंत हटाया जाए.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि गूगल ने ऐसा कैसे होने दिया. गूगल ने यह क्यों ध्यान नहीं दिया कि ऐप के होम पेज पर ही खालिस्तानी आतंकी की तस्वीर है. ये देख मैं हैरान हूं. आगे मुख्यमंत्री ऐप हटाने की बात दोहराते हुए कहते हैं कि एक मिनट की देरी के बगैर यह ऐप हटाया जाए वरना यह समझा जाएगा कि गूगल कट्टरपंथी विचारधारा वाले समुदायों का समर्थन करता है.
मुख्यमंत्री ने इस पर आगे यह भी कहा कि न सिर्फ पंजाब, बल्कि यह भारत के लिए भी खतरा पैदा कर सकता है. ऐप के लॉन्च का समय भारतीय सिख समुदाय को विभाजित करने के लिए और करतारपुर कॉरिडोर का गलत फायदा उठाने के लिए आईएसआई के भयावह एजेंडे को इंगित करता है.
साथ ही एक बार फिर मुख्यमंत्री ने सचेत किया कि करतारपुर गलियारे से आवाजाही के दौरान काफी सजग रहने की जरूरत है. दर्शन के दौरान सुरक्षा काफी कड़ी रखनी होगी. सिंह ने पाकिस्तान को भी चेतावनी देते हुए कहा कि वे भारत में शांती और सदभाव को भंग करने का प्रयास न करें. बता दें कि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह लगातार करतारपुर गलियारों के गलत इस्तेमाल होने की बात कहते रहे हैं. उन्होंने पहले भी कहा है कि खालिस्तानी संगठन और आईएसआई इसका गलत इस्तेमाल करेंगे.
आपको बता दें कि पाकिस्तान लगातार भारत में घुसपैठिए भेजने की फिराक में रहता है. इस बार भी वह करतारपुर गलियारे के माध्यम से अपना एजेंडा सेट करता नजर आ रहा है. इस बार माना जा रहा है कि वह इंटरनेट का सहारा लेकर लोगों को उकसाने का काम कर रहा है. यह आंका जा रहा है कि '2020 सिख रेफरेंडम' (2020 Sikh Referendum app) नाम का ऐप आईएसआई ने गूगल प्ले स्टोर पर लॉन्च किया है. इस ऐप के माध्यम से अलगाववादी मुहिम चलाए जाने की बात सामने आ रही है.
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ये ऐप खालिस्तान को भारत से अलग करने की बात करता है. इसमें खालिस्तानी आतंकी जरनैल सिंह भिंडरांवाले की तस्वीर लगी हुई है. इस ऐप के सामने आने के बाद से कई संगठन गूगल का विरोध कर रहे हैं. साथ ही इसे जल्द से जल्द हटाने की मांग की जा रही है.
ठीक तीन दिन पहले रिलीज हुए करतारपुर के वीडियो में भी खालिस्तानी आंतकियों की तस्वीर देखने को मिली थी.