नई दिल्ली : नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ जामिया समन्वय समिति (JCC) की रैली को पुलिस ने रोक दी है. इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प होने की खबर सामनें आ रही हैं.
गौरतलब है कि जामिया समन्वय समिति (JCC) ने भी जामिया विश्वविद्यालय से संसद तक के लिए सीएए एनआरसी और एनपीआर के विरोध में रैली निकाली. लेकिन पुलिस ने ओखला हॉउस के होली फैमली हॉस्पिटल के पास रैली को रोक दिया और प्रदर्शनकारियों से जामिया मिलिया विश्वविद्यालय लौटने को कहा. इस पर प्रदर्शनकारियों व पुलिस के बीच झड़प की खबरें सामनें आ रही हैं. बताया जा रहा है कि इसमें कुछ छात्र घायल भी हो गए हैं.
इससे पहले जामिया मिलिया इस्लामिया के चीफ प्रॉक्टर वसीम अहमद ने कहा कि छात्रों से विश्वविद्यालय लौटने की अपील की गई है.अहमद ने कहा, 'मैं छात्रों और पुलिस दोनों से अपील करता हूं कि स्थिति से शांति के साथ निबटें.'
उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की है कि वे विश्वविद्यालय लौट आएं.
उधर, कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु की बिलाल मस्जिद के नजदीक महिलाओं ने सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों के संसद मार्च को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. जामिया के आसपास बड़ी संख्या में पुलिस बल के जवानों को तैनात किया गया है.
अर्द्धसैनिक बल के जवान तैनात
दिल्ली पुलिस के जवानों के साथ ही अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को भी बड़ी संख्या में तैनात किया गया है. आपको बता दें आज जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों के द्वारा संसद मार्च किया जा रहा है. इसी के मद्देनजर दिल्ली पुलिस के द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है.
सीएए विरोध में निकली रैली. वहीं राष्ट्रीय राजधानी में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) के विरोध में मंडी हाउस से संसद तक एक रैली निकाली गई .
बता दें केंद्र सरकार ने गत दिसंबर में नागरिकता कानून में संशोधन किया था. उसके बाद से देश के कई हिस्सों में लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है.
वहीं प्रदर्शन कर रही एक महिला ने कहा, 'हमारा प्रदर्शन शांतिपूर्ण है. दिल्ली और उत्तर प्रदेश में कई जगह प्रदर्शन किए जा रहे हैं, लेकिन शाहीन बाग को क्यों मुद्दा बनाया जा रहा है. शाहीन बाग प्रदर्शन रोड पर हो रहा, लेकिन जेनएयू में फीस वृद्धि को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को क्यों मारा गया.'
ईटीवी भारत ने की प्रदर्शनकारियों से बात. दो माह से चल रहा प्रदर्शन
आपको बता दें जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों द्वारा लगातार करीब दो महीने से सीएए, एनआरसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चल रहा है. छात्र जामिया के गेट नंबर 7 पर रोज एकत्रित होते हैं और प्रदर्शन करते हैं. छात्रों के साथ स्थानीय लोग और महिलाएं भी उनके प्रदर्शन में सम्मिलित होती हैं.