नई दिल्ली : कांग्रेस में नेतृत्व संकट के बीच पार्टी की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक पुस्तक के साक्षात्कार में कहा कि वह पूरी तरह से अपने भाई राहुल गांधी के गैर-गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त करने के दृष्टिकोण पर सहमत थीं.
प्रियंका ने कहा कि जैसा कि मेरे भाई ने लोकसभा चुनाव के बाद अपने त्याग पत्र में कहा, उन्हें लगता है कि उन्हें पिछले चुनाव की जिम्मेदारी लेनी चाहिए.
उन्होंने आगे कहा कि हममें से कोई भी पार्टी का अध्यक्ष नहीं होना चाहिए. मैं उसकी इस बात से पूर्ण सहमत हूं. मुझे लगता है पार्टी को अपना रास्ता भी तलाशना चाहिए.
कांग्रेस नेता ने हाल ही में जारी पुस्तक इंडिया टुमॉरो: कन्वर्सेशन विद नेक्स्ट जनरेशन ऑफ पॉलिटिकल लीडर्स के लिए हर्ष शाह और प्रदीप चिब्बर ने एक साक्षात्कार लिया था.
उन्होंने उल्लेख करते हुए कहा कि बहुत सारे लोग हैं जो, पार्टी का नेतृत्व करने में सक्षम हैं. उन्होंने कहा कि भले ही गांधी की तुलना में कोई अन्य पार्टी अध्यक्ष होगा, फिर भी वह उसका बॉस होगा.
उन्होंने आगे कहा कि अगर वह कल मुझसे कहते हैं कि वह मुझे उत्तर प्रदेश में नहीं चाहते हैं और मुझे अंडमान और निकोबार में रहना चाहिए, तो मैं अंडमान और निकोबार जाना चाहूंगी.
राहुल गांधी ने 2019 के लोकसभा चुनावों में पार्टी की पराजय के कारण कांग्रेस प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद सोनिया गांधी को अंतरिम पार्टी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था. हालांकि, पिछले हफ्तों में पार्टी के भीतर कांग्रेस अध्यक्ष के लिए चुनाव कराने की मांग की गई है.
हाल ही में कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता संजय झा, जिन्हें पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया था, उन्होंने दावा किया कि लगभग 100 कांग्रेसियों ने सोनिया गांधी को एक पत्र लिखा है, जिसमें राजनीतिक नेतृत्व और संगठन के पारदर्शी चुनावों में बदलाव की मांग की गई है.
संपर्क करने पर झा ने ईटीवी भारत से वही बात एक बार फिर कही, जिसे प्रियंका गांधी ने अपने साक्षात्कार में माना है.
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प्रियंका गांधी ने यह भी कहा कि राहुल ने नई प्रतिभाओं को मौका देने के लिए एनएसयूआई और यूथ कांग्रेस में भी आंतरिक चुनाव किए.
उन्होंने अपने पति रॉबर्ट वाड्रा पर लगे आरोपों के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा कि मेरे पति के बारे में सभी आरोप लगाए जाने के बाद, मेरी पहली प्रतिक्रिया मेरे 13 साल के बेटे की यात्रा पर जाने और उसे हर एक लेनदेन दिखाने के लिए थी.
प्रियंका के हवाले से कहा गया है कि उनके बेटे को इन आरोपों के कारण काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा, क्योंकि वह बोर्डिंग स्कूल में थे. उनके पति भी जबरदस्त तनाव झेल रहे थे.