लखनऊ : कानपुर पुलिस एक बार फिर सवालों के घेरे में है. कानपुर में लैब असिस्टेंट संजीत यादव की अपहरण के बाद हत्या के मामले में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर योगी सरकार पर फिर निशाना साधा है. तो वहीं इस मामले में 11 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है.
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि 'पुलिस ने किडनैपर्स को पैसे भी दिलवाए और अब उनकी हत्या कर दी गई. एक नया गुंडाराज आया है. इस जंगलराज में कानून-व्यवस्था गुंडों के सामने सरेंडर कर चुकी है'.
बता दें कि 22 जून को लैब असिस्टेंट का अपहरण हुआ था. परिजनों का कहना है कि उसे छुड़ाने के लिए पुलिस के कहने पर जैसे-तैसे जुगाड़कर 30 लाख रुपये की फिरौती भी दी थी. फिरौती देने के बावजूद अपहरणकर्ताओं ने लैब असिस्टेंट की हत्या कर दी. परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही के कारण हत्या का आरोप लगा रहे है.
हत्या का सनसनीखेज खुलासा. वहीं इस पूरे मामले पर कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल का कहना है कि पीड़ित (संजीत यादव) के रिश्तेदार दावा कर रहे हैं कि उन्होंने अपहरणकर्ताओं को 30 लाख रुपये की फिरौती दी है. हमारी अब तक की जांच के अनुसार, हमने पाया कि कोई फिरौती की राशि नहीं दी गई है, फिर भी हम मामले को हर बिंदू से जांच कर रहे हैं.
बता दें कि संजीत यादव अपहरण कांड में कानपुर एसएसपी दिनेश कुमार पी ने गुरुवार देर रात एक वीडियो जारी करते हुए इस मामले में सनसनीखेज खुलासा किया. एसएसपी ने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने 26 से 27 जून के बीच में संजीत यादव का मर्डर कर दिया है. इसकी आशंका गुरुवार सुबह से ही जताई जा रही थी.
पुलिस पीड़ित परिवार को सुबह से ही मामले का खुलासा करने की बात कह रही थी. एसएसपी ने बताया कि कई टीमें गठित की गई थी. 29 जून को फिरौती की मांग की गई थी. मृतक के दो दोस्तों को गिरफ्तार किया है. जानकारी के मुताबिक 26 से 27 जून के बीच ही मर्डर किया गया था और शव को नदी में फेंक दिया गया था.