पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि लोगों ने एनडीए को जनादेश दिया है और वह सरकार बनाएगी. शपथ ग्रहण को लेकर सीएम नीतीश ने कहा कि अभी यह तय नहीं हुआ है कि शपथ समारोह कब होगा. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि दीपावली या फिर छठ पर्व के बाद शपथ ग्रहण हो सकता है.
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत के बाद पहली बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की. पटना में पत्रकारों से बात करते हुए नीतीश कुमार ने चौंकाने वाला बयान दिया है. सीएम की कुर्सी के सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री बनने का दावा नहीं किया है. इस पर फैसला एनडीए में शामिल पार्टियां करेंगी कि बिहार का मुख्यमंत्री कौन होगा.
शुक्रवार को एनडीए की बैठक
सीएम नीतीश ने कहा कि बिहार की जनता ने एनडीए को बहुमत दिया है और हम सरकार बनाएंगे. वहीं, शपथ ग्रहण को लेकर उन्होंने कहा कि अभी इसका निर्णय नहीं लिया गया है. नीतीश ने कहा कि शुक्रवार को एनडीए की चार पार्टियों के नेता बैठक करेंगे.
एनडीए के पास है बहुमत
गौरतलब है कि 243 सीटों वाली बिहार विधानसभा में एनडीए को 125 सीटें मिली हैं. बीजेपी को 74 सीटें और जेडीयू को 43 सीटें मिलीं. वहीं, आरजेडी के हिस्से 75 सीटें आई हैं, आरजेडी बिहार की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. कांग्रेस पार्टी को 19 सीटें और वामपंथी दलों को 16 सीटें मिली हैं. महागठबंधन को कुल 110 सीटें मिली हैं.
सीएम नीतीश की बड़ी बातेंः
- मैंने कोई दावा नहीं किया है, जो एनडीए का फैसला होगा उसे मानूंगा.
- लोग काम करें और कोई अपमानित करे तो, आप जान लें फिर क्या होगा. अगर कोई बिना काम करने वाला आ जायेगा तो क्या होगा.
- इस बार लोगों को कंफ्यूजन करने में सफ़लता मिली है, इसलिए सीटों में अंतर हुआ है. मेरी कोई इच्छा नहीं है सब एनडीए के हिस्से हैं, जो सबका निर्णय होगा वही माना जाएगा.
- हम अपनी तरफ से कोई दावा नहीं करते हैं. एनडीए के चारों घटक दल को फैसला लेना है.
- हम लोग सेवा करते हैं. अगर काम करने के बावजूद हमारे उम्मीदवार को वोट नहीं करता तो ये उनका निर्णय है.
- हम लोग तो पूरे एनडीए के लिए अभियान चलाते हैं. मगर कोई हमारे खिलाफ अभियान चलाता है, तो सभी देख रहे हैं.
- चुनाव में हमारी सीटों पर किस तरह से क्या-क्या किया गया. सभी ने देखा है.
वहीं, जानकारों की माने तो नीतीश कुमार अगले सप्ताह चौथे कार्यकाल के लिए बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं, लेकिन शपथ ग्रहण की तिथि को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है.