नई दिल्ली : राजधानी में हुए दंगों के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जामिया की छात्रा सफूरा जरगर को गिरफ्तार किया था, जो फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद है. वह तीन माह की गर्भवती बताई गई है, जिसे लेकर ट्विटर पर बहस छिड़ी हुई है. कुछ लोग उसके पक्ष में तो कुछ विपक्ष में टिप्पणी कर रहे हैं. उधर सफूरा के पति ने न्यायिक व्यवस्था पर विश्वास जताते हुए कहा है कि उन्हें इंसाफ की उम्मीद है.
जानकारी के अनुसार बीते 10 अप्रैल को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जामिया की छात्रा सफूरा ज़रगर को गिरफ्तार किया था. उसके खिलाफ यूएपीए एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है, जो गैर जमानती अपराध है. फिलहाल वह तिहाड़ जेल में बंद है. गिरफ्तारी के समय उसकी तरफ से अदालत को बताया गया था कि वह तीन माह की गर्भवती है. परिजनों ने उसकी जमानत के लिए निचली अदालत में याचिका दायर की थी. इसमें भी उन्होंने सफूरा के गर्भवती होने की बात कही थी, लेकिन अदालत से उसे जमानत नहीं मिली.
सोशल मीडिया पर बना रहे निशाना
सोशल मीडिया पर सफूरा जरगर को लेकर लगातार ट्वीट किए जा रहे हैं. एक तरफ जहां सफूरा को निशाना बनाते हुए उसके गर्भवती होने को लेकर सवाल उठाया जा रहा हैं, तो वहीं दूसरी तरफ लोग उसके पक्ष में ट्वीट कर उसकी गिरफ्तारी को गलत बता रहे हैं. दोनों तरफ से सैकड़ों ट्वीट अब तक सोशल मीडिया पर किए जा चुके हैं. इनमें बकायदा सफूरा की शादी को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं. दूसरी तरफ उसके समर्थकों द्वारा सफूरा की शादी की तस्वीरें भी ट्विटर पर डाली गई है.
परिवार को न्यायिक व्यवस्था पर भरोसाइस पूरे प्रकरण को लेकर सफूरा जरगर के परिवार वाले एवं पति मीडिया के समक्ष तो कुछ नहीं बोल रहे हैं, लेकिन उनका इतना कहना है कि उन्हें न्यायिक व्यवस्था पर पूरा भरोसा है. उन्होंने सफूरा की गिरफ्तारी को गलत बताते हुए अदालत से न्याय की मांग की है. उन्हें यह भी उम्मीद है कि सफूरा को जल्द न्याय मिलेगा और वह जल्द जेल से बाहर आएगी.
अहम साक्ष्य पर हुई गिरफ्तारी
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल का यह दावा है कि उन्होंने पुख्ता साक्ष्य एकत्रित करने के बाद सफूरा की गिरफ्तारी की है. उधर तिहाड़ जेल प्रशासन का कहना है कि जेल में सफूरा को पूरी मेडिकल सुविधा मुहैया कराई जा रही है. जेल में उसे वह सभी सुविधाएं मिल रही हैं, जो अन्य कैदियों को दी जाती हैं.