नई दिल्ली :राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने एक इंटरव्यू में कहा कि उनके और कैप्टन के बीच कोई निजी दुश्मनी नहीं है. उन्होंने कहा कि जिसने चुनाव से पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के रूप में काम किया. बीते 3 वर्षों में यह उनका ही कठिन परिश्रम था, जिसके अच्छे नतीजे रहे. उनका कोई निजी एजेंडा नहीं है.
दरअसल पंजाब कांग्रेस में यह मतभेद हाल ही में जहरीली शराब पीकर 121 लोगों की मौत के बाद उभरे हैं. बाजवा ने कहा कि कैप्टन कुछ बाबुओं के सहारे सरकार चला रहे हैं.
उन्होंने कहा कि समस्या यह है कि चुनाव के दौरान वादे किए गए, लेकिन यह वादे पूरे नहीं किए गए और हम मूक दर्शक बने नहीं रह सकते. अमरिंदर ने कहा था कि उन्हें चुनाव के दौरान 4 हफ्तों का समय चाहिए.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के साथ मतभेद के अन्य मुद्दे गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी को लेकर है, क्योंकि इससे पहले की अकाली सरकार राजनीतिक स्वार्थ के लिए डेरा सच्चा सौदा के साथ हाथ मिला रही थी और गलत कार्यो में फंस गई और बड़े पैमाने पर आंदोलन हुए, जिसमें दो युवा मारे भी गए.