पणजी : ‘जी-20’ और ‘जी-7’ में भारत के पक्ष को मजबूती के साथ रखने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु ने गोवा में खनन उद्योग पर निर्भर परिवारों से मुलाकात करने के बाद कहा कि तटीय राज्य में खनन बहाली की मांग पर सहानुभूतिपूर्ण तरीके से विचार करना चाहिए.
प्रभु ने पणजी में सोमवार को पत्रकारों से कहा कि खनन मुद्दे के दो पहलू हैं. पहला उस पर निर्भर कर्मचारी और दूसरा खदान के मालिकों से जुड़ा है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘खनन मुद्दे से सहानुभूतिपूर्ण तरीके से निपटा जाना चाहिए. हमें यह देखना होगा कि खनन उद्योग पर निर्भर लोगों के लिए इस मुद्दे को कैसे सुलझाया जाए.’