नई दिल्ली / पटना : जवाहर लाल यूनिवर्सिटी के छात्र शरजिल इमाम पर राजनीति तेज हो गई है. एक तरह यहां उत्तर प्रदेश और असम सरकार ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, वहीं दूसरी ओर केन्द्रीय मंत्री ने उसे 'गद्दार' तक बता दिया. केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि इन गद्दारों की बात सुनकर कैसे मान लूं कि इनका खून शामिल है यहां की मिट्टी में.
इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी शरजिल पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि वह देश तोड़ने की बात कर रहा है. पात्रा ने दावा किया कि शाहीन बाग में प्रदर्शन के नाम पर देश को टुकड़े करने की साजिश रची जा रही है. वहां खुलेआम जिहाद का आह्वान किया जा रहा है. आगजनी की बात की जाती है. कोई कहता है कि असम को अलग कर देंगे. और इस प्रदर्शन को कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेता बढ़ावा दे रहे हैं. राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल दोनों ने शाहीन बाग का खुला समर्थन किया है. अब दोनों को सामने आकर जवाब देना चाहिए.
वहीं इस मामले पर जेएनयू के छात्र शारजिल इमाम और शाहीनबाग विरोध प्रदर्शन के आयोजक आयोजक के खिलाफ अलीगढ़ में भी देशद्रोह मामला दर्ज किया गया है. मामले में एसएसपी अलीगढ़ का कहना है कि शरजिल ने बीते16 जनवरी को एएमयू छात्रों के विरोध प्रदर्शन में राष्ट्र विरोधी बयान दिए. उनके भाषण के वीडियो के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है. फिलहाल एक टीम उन्हें गिरफ्तार करने के लिए भेजी जा रही है.
इसके अलावा असम के मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि शाहीन बाग विरोध के मुख्य आयोजक शरजिल ने कहा है कि असम को भारत से अलग कर दिया जाना चाहिए. इस बयान पर राज्य सरकार ने संज्ञान लेते हुए उसके खिलाफ मामला दर्ज करने का फैसला किया है.
असम पुलिस के एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर जीपी सिंह ने बताया कि शारजील द्वारा दिए गए भाषण के खिलाफ यू / एस 13 (1) 153 ए, 153 बी (दंगा भड़काने के इरादे से भड़काऊ बयान देना)और 124 ए (राजद्रोह ) आईपीसी एक्ट तहत मामले दर्ज कर लिया गया