नई दिल्ली/कोलकाता: कुछ सियासी दलों ने चुनाव की तारीखों पर आपत्ति दर्ज की है. तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि रमजान के दिन वोटिंग की तिथि रखी गई है, इससे मुसलमानों के वोट पर प्रभाव पड़ सकता है. उनका आरोप है कि ऐसा जानबूझकर किया गया है.
टीएमसी ने राज्य में सात चरणों में लोकसभा चुनाव कराए जाने की निर्वाचन आयोग की घोषणा पर असंतोष प्रकट किया. पार्टी ने कहा कि मतदान की लगातार तारीखों से लोगों पर दवाब पड़ेगा.
इस संबंध में वरिष्ठ तृणमूल नेता व राज्य के मंत्री फिरहाद हकीम ने रमजान के महीने में चुनाव कराए जाने पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि रमजान में मुस्लिम पूरे दिन भूखे रहते हैं. बता दें, रमजान इस साल मई-जून में पड़ेंगे.
लगातार मतदान से लोगों पर पड़ेगा दबाव
उन्होंने कहा, 'चुनाव पांच, सात या 14 चरणों में कराया जाए, मुद्दा यह नहीं है, क्योंकि हमारी नेता ममता बनर्जी की जगह लोगों के दिल में है. लेकिन हमारी चिंता राज्य के लोगों को लेकर है. लगातार मतदान कराए जाने से लोगों पर दबाव पड़ेगा.'
उन्होंने कहा, 'मतदान रमजान के महीने में होना है. कहीं यह रमजान का फायदा उठाने की कोशिश तो नहीं?'
'राज्य में लोकतंत्र की हत्या हो चुकी है'
दूसरी तरफ, वाममोर्चा के अध्यक्ष बिमान बोस ने कहा कि जरूरत इस बात की है कि निर्वाचन आयोग स्वतंत्र, निष्पक्ष और उचित तरीके से मतदान कराना सुनिश्चित करे, क्योंकि 'राज्य में लोकतंत्र की हत्या हो चुकी है.'
चरणों की संख्या महत्वपूर्ण नहीं
उन्होंने कहा, 'चरणों की संख्या महत्वपूर्ण नहीं है. पश्चिम बंगाल के लिए प्रासंगिक बात यह है कि क्या चुनाव पारदर्शी, समुचित तरीके से, स्वतंत्र और निष्पक्ष हो पाएगा?'
उन्होंने कहा, 'अगर आयोग स्वतंत्र, निष्पक्ष और उचित तरीके से मतदान कराना सुनिश्चित करे, तो राज्य में लोकतंत्र की बहाली के लिए हम अपनी लड़ाई और मजबूती से लड़ेंगे.' बोस ने कहा कि वाममोर्चा अपने उम्मीदवारों की सूची 13 मार्च को जारी करेगा.
माकपा पोलितब्यूरो सदस्य मोहम्मद सलीम ने राज्य में पिछले साल पंचायत चुनावों के दौरान हुई हिंसा का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘सात चरणों का चुनाव राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति दर्शाता है कि कैसे लोगों को उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का इस्तेमाल करने से रोका गया.’’
सलीम ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि मतदान स्वतंत्र एवं निष्पक्ष तरीके से होगा और निर्वाचन आयोग निष्पक्ष, सक्रिय तथा जवाबदेह होगा.
भाजपा और कांग्रेस की प्रदेश इकाईयों ने भी लोकसभा चुनाव का स्वागत किया. भाजपा नेता मुकुल रॉय ने कहा, ‘‘यह पश्चिम बंगाल में जिस तरह की कानून एवं व्यवस्था की स्थिति है, उसे दिखाता है.’’
पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष सोमेन मित्रा ने भी माकपा और भाजपा जैसे विचार दिए.
आम आदमी पार्टी का कहना है कि 12 मई को दिल्ली में रमज़ान होगा, मुसलमान वोट कम करेगा, इसका सीधा फायदा बीजेपी को होगा.
भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन की प्रतिक्रिया
भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्त शाहनवाज हुसैन ने पूरे विवाद को गलत बताया है. उनका कहना है कि क्या अल्पसंख्यक समुदाय के लोग रमजान में काम नही करते हैं. मैं भी चुनाव प्रचार करता हूं. हमने तो कभी इसे मुद्दा नहीं बनाया है. हम भी रोजा रखते हैं, लेकिन पार्टी इस दौरान जहां भी भेजती है, हम जाते हैं.
शाहनवाज हुसैन ने क
हा कि पूरा विवाद सियासी है. विपक्षी दलों के पास मुद्दों की कमी है. इसलिए वे इस तरह के आरोप लगा रहे हैं.
रमजान के दौरान मुख्य रूप से जहां मतदान होगा
पं बंगाल की 24 सीटों पर रमजान के दौरान वोटिंग होगी. दिल्ली की सभी सात सीटों पर 12 मई को मतदान है.
यूपी में छह मई को धौरहरा, सीतापुर, मोहनलालगंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, बांदा, फतेहपुर, कौशांबी, बाराबंकी, फैजाबाद, बहराइच, कैसरगंज और गोंडा में मतदान.
12 मई को सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संतकबीरनगर, लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, फूलपुर, इलाहाबाद, ऑंबेडकर नगर, मछली शहर और भदोही
19 मई को गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर, रॉबर्ट्सगंज, महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर बांसगांव, देवरिया, घोसी, सलेमपुर, बलिया में मतदान.
बिहार में छह मई को सारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर और हाजीपुर में मतदान. 12 मई को वाल्मीकिनगर, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, वैशाली, गोपालगंज, सीवान और महाराजगंज में मतदान. 19 मई को बक्सर, सासाराम, जहानाबाद, पटना साहिब, नालंदा, पाटलिपुत्र, आरा और काराकाट में वोटिंग होगी.