नई दिल्ली : 2014 में मोदी सरकार आने से पहले केवल आठ राज्यों में भाजपा की सरकार थी, लेकिन 2014 में केंद्र में मोदी सरकार के आने के बाद देश की राजनीति में भाजपा शासित प्रदेशों की संख्या में इजाफा होने लगा. 2014-18 के बीच मोदी और शाह के नेतृत्व में देश के आधे से ज्यादा हिस्से में भगवा झंडा लहराने लगा. लेकिन मार्च 2018 के बाद हुए राज्यों के चुनावी नतीजे आने के बाद भाजपा आधे से भी कम हिस्से पर सिमट कर रह गई है.
इस बात को यूं भी कह सकते हैं कि देश की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. भारत के 28 राज्यों में से 20 राज्यों में भाजपा और एनडीए की सरकार बन गई थी.
2018 मार्च के बाद भाजपा शासित राज्यों की संख्या में कमी आने लगी है. छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान में हुए चुनावों में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा और यहीं से भाजपा के हाथ से सत्ता की बागडोर खिसकने लगी. हाल ही में हुए महाराष्ट्र चुनाव में भाजपा और शिवसेना का गठबंधन टूटने से एक और राज्य कम हो गया.
बीजेपी शासित राज्यों का विवरण मार्च 2018 तक इन राज्यों में था भाजपा का शासन
उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र, हरियाणा, गोवा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, असम, नागालैंड मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, गुजरात, त्रिपुरा, मेघालय, सिक्किम, आंध्रप्रदेश में भाजपा और एनडीए शासित शासन था.
अब इन राज्यों में है भाजपा का शासन
नवंबर 2019 में महाराष्ट्र की सत्ता हाथ से जाने के बाद भाजपा शासित राज्यों की संख्या 17 हो गई है. इन राज्यों में उत्तरप्रदेश, गोवा, बिहार, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, झारखंड, उत्तराखंड, त्रिपुरा, असम, नागालैंड, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश और गुजरात हैं.