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बिहार सीएम के बयान पर राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया- थक गए नीतीश कुमार

बिहार विधानसभा चुनाव में गुरुवार को सीएम नीतीश कुमार ने बड़ा दांव खेला है. चुनाव प्रचार के अंतिम दिन उनके बयान के बाद बिहार में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गईं. अलग-अलग दलों के नेताओं ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है.

reaction on nitish retirement
राजनीतिक दलों ने की प्रतिक्रिया

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Published : Nov 5, 2020, 7:25 PM IST

Updated : Nov 5, 2020, 8:18 PM IST

पटनाःबिहार के सीएम नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण से पहले एक बड़ा एलान किया. बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान पूर्णिया के धमदाहा में नीतीश ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह उनका आखिरी चुनाव है. इस बयान के बाद राजनीतिक महकमे में बयानबाजी का दौर शुरू हो गया. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि इस बयान के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि एनडीए हार स्वीकार चुकी है.

तेजस्वी ने भी दी प्रतिक्रिया

जमीनी हकीकत का एहसास हो गया

नीतीश कुमार के 'राजनीति से संन्यास' वाले बयान पर राजद नेता और महागठबंधन के सीएम प्रत्याशी तेजस्वी यादव ने कहा कि हम पहले से ही कहते आ रहे हैं कि सीएम थक चुके हैं और वह बिहार को संभाल नहीं पा रहे हैं. उन्हें जमीनी हकीकत का एहसास हो गया है.

रणदीप सुरजेवाला ने भी साधा निशाना

'एनडीए ने मानी हार'

कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि जिस तरह से नीतीश कुमार ने आज चुनाव प्रचार के अंतिम दिन इस तरह का बयान दिया है कि यह उनका अंतिम चुनाव है इससे स्पष्ट हो गया है कि बिहार में भाजपा-जदयू गठबंधन ने हार मान ली है. उन्होंने कहा कि हम शुरू से कहते रहे हैं कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है और बिहार में महागठबंधन की सरकार बनेगी. निश्चित रूप से अब इसे स्वीकार कर लिया गया है.

उपेंद्र कुशवाहा ने दिया बयान

'थक गए नीतीश, हमें दें आशीर्वाद'

वहीं, रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि नीतीश कुमार ने जिस तरह से धमदाहा की रैली में स्वीकार कर लिया कि अब वह उम्र के अंतिम पड़ाव पर पहुंच गए हैं. निश्चित तौर पर अब वह थक गए हैं. इससे सब कुछ स्पष्ट हो गया है. उन्होंने कहा कि वह बड़े भाई हैं. हम चाहेंगे कि हमें छोटे भाई के रूप में नीतीश कुमार अपना आशीर्वाद दें.

नित्यानंद राय ने कहा- बहुमत से जीत रहा एनडीए

भ्रम फैला रहा विपक्ष-नित्यानंद

केंद्रीय राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने दावा किया है कि बिहार में एनडीए प्रचंड बहुमत से जीतेगा और बिहार में कम से कम 210 सीटों पर एनडीए की जीत होगी. उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों को नरेंद्र मोदी पर भरोसा है और जनसैलाब एनडीए के पक्ष में उमड़ पड़ा है. साथ ही उन्होंने विपक्ष पर तंज कसा और कहा कि विपक्ष के लोगों को भ्रम में डालने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि विपक्ष के लोग आहार से डर गए हैं. नित्यानंद राय से जब सवाल किया गया कि नीतीश कुमार ने अपने अंतिम सभा में कहा है कि यह मेरा आखिरी चुनाव है तो इस पर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दिया और कहा कि विपक्ष के लोग कहीं ना कहीं ऐसे बयान पर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. नीतीश कुमार ने 15 साल तक बिहार की सेवा की है और कहीं ना कहीं उन्हीं की अगुवाई में बिहार ने विकास किया है और इस बार भी फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही होंगे.

पढ़ें:बिहार चुनाव : थम गया शोरगुल, आखिरी चरण के लिए 7 नवंबर को मतदान

'नीतीश ने अपनी हार सामने देख ली'
राजद के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने सीएम नीतीश के दिए गए बयान पर चुटकी लेते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने अपनी हार सामने देख कर अब ऐसी बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को यह पता चल चुका है कि अब एनडीए की हार तय है और यह जानकर उन्होंने इस तरह की बात कही है. राजद नेता ने कहा कि नीतीश कुमार बिल्कुल भरोसे के काबिल नहीं है. उन्होंने पहले भी कहा था कि बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे भले ही मिट्टी में मिल जाऊं. इसलिए लोगों का उन पर से भरोसा बिल्कुल टूट चुका है.

चिराग पासवान ने भी नीतीश के फैसले पर दी प्रतिक्रिया

हर मामले की होगी जांच

लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने सुशासन बाबू पर हमला बोलते हुए कहा कि अगर नीतीश कुमार संन्यास की घोषणा कर के यह सोच रहे हैं कि उनपर भ्रष्टाचार की जांच नहीं होगी, तो यह नहीं सोचे की जांच नहीं होगी. रणभूमि छोड़कर जाने के बाद भी हर मामले में जांच होगी. इस बयान से इनके पार्टी के नेताओं को नुकसान होगा, पार्टी खत्म हो जाएगी क्योंकि उनके संन्यास के बाद पार्टी में बचेगा कौन, तो यह इमोशनल गलत कार्ड हो गया इनका.

जीतनराम मांझी ने भी दिया बयान

हमारे साथ की नाइंसाफी

राज्य के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने इस मामले पर कहा कि हमने पहले भी कहा था कि 75 वर्ष के बाद सक्रिय राजनीति से लोगों को दूरी बना लेनी चाहिए, लेकिन नीतीश ने हमारे साथ नाइंसाफी की. मैंने कहा था इस बार चुनाव नहीं लडूंगा लेकिन नीतीश कुमार ने हमारी प्रतिज्ञा को तोड़वाते हुए चुनाव लड़ने को कहा और खुद कहते हैं कि इस बार उनका अंतिम है. इसलिए उनका यह कहना उचित नहीं है. बिहार के हित के लिए मैं उनको मनाऊंगा, हो सकता है वो भारत के शीर्ष स्थान पर जा सकते हैं'.

Last Updated : Nov 5, 2020, 8:18 PM IST

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