नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को विभिन्न श्रेणियों में राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता बच्चों के कार्यो की सराहना की और कहा कि युवा साथियों के ऐसे साहसिक काम के बारे में सुनने से उन्हें प्रेरणा और ऊर्जा मिलती है .
पीएम मोदी ने अपने संबोधन ने कहा कि थोड़ी देर पहले आप सभी का परिचय जब हो रहा था, तो मैं सच में हैरान था. इतनी कम आयु में जिस प्रकार आप सभी ने अलग-अलग क्षेत्रों में जो प्रयास किए, जो काम किया है, वो अदभुत है.
मोदी ने अपने आवास पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2020 के 49 बाल विजेताओं के साथ बातचीत की . ये 49 पुरस्कृत बच्चे देश के विभिन्न राज्यों के हैं, जिनमें एक-एक पुरस्कृत बच्चा जम्मू कश्मीर, मणिपुर और अरूणाचल प्रदेश का है.
इन बच्चों ने कला एवं संस्कृति, नवाचार, प्रतिभा, समाज सेवा, खेल और बहादुरी जैसे क्षेत्रों में पुरस्कार प्राप्त किया है.
राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेता बच्चों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, 'थोड़ी देर पहले आप सभी का परिचय जब हो रहा था, तब मैं सच में हैरान था. इतनी कम आयु में जिस प्रकार आप सभी ने अलग-अलग क्षेत्रों में जो प्रयास किए, जो काम किया है, वो अद्भुत है.'
उन्होंने कहा कि आप अपने समाज के प्रति, राष्ट्र के प्रति और अपने कर्त्तव्यपालन के लिए जिस प्रकार से जागरूक हैं, यह देखकर गर्व होता है .
प्रधानमंत्री ने कहा, 'मैं आप सभी युवा साथियों के ऐसे साहसिक काम के बारे में जब भी सुनता हूं, आपसे बातचीत करता हूं, तो मुझे भी प्रेरणा मिलती है, ऊर्जा मिलती है.'
मोदी ने बच्चों को स्वच्छ पेयजल तथा जूस पीने की सलाह दी और शारीरिक दृष्टि से सक्रिय रहने का भी सुभाव दिया ताकि उन्हें (बच्चों को) दवा नहीं खाना पड़े.
राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं में 12 वर्षीय दर्श मलानी भी शामिल हैं जिन्होंने दुनिया भर में 50 मैजिक शो किये हैं और इसमें 11 वर्षीय मनोज कुमार लोहार भी शामिल है जिन्होंने तबला वादन में महारत हासिल की है .
पीएम के संबोधन के प्रमुख अंश :
- आप युवा साथियों के साहसिक कार्यों के बार में जब भी मैं सुनता हूं तो मुझे भी प्रेरणा मिलती है. आप जैसे बच्चों के भीतर छिपी प्रतिभा को प्रोत्साहित करने के लिए ही इन राष्ट्रीय पुरस्कारों का दायरा बढ़ाया गया है.
- आप सब कहने को तो बहुत छोटी आयु के हैं, लेकिन आपने जो काम किया है उसको करने की बात तो छोड़ दीजिए, उसे सोचने में भी बड़े-बड़े लोगों के पसीने छूट जाते हैं.
- मैंने लाल किले से कहा था - कर्तव्य पर बल. ज्यादातर हम अधिकार पर बल देते हैं. आप अपने समाज के प्रति, राष्ट्र के प्रति अपनी ड्यूटी के लिए जिस प्रकार से जागरूक हैं, ये देखकर गर्व होता है.
- इतनी कम आयु में जिस प्रकार आप सभी ने अलग-अलग क्षेत्रों में कुछ करके दिखाया है, उसके बाद आपको और कुछ अच्छा करने की इच्छा होगी. एक प्रकार से ये जिंदगी की शुरुआत है. आपने मुश्किल परिस्थितियों में साहस दिखाया, किसी ने अलग-अलग क्षेत्रों नें उपलब्धियां प्राप्त की हैं.
'प्रधानमंत्री बाल पुरस्कार' विजेताओं में जम्मू कश्मीर, मणिपुर, अरूणाचल प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों के बच्चे शामिल हैं. इन बच्चों में कला एवं संस्कृति, नवोन्मेष, शैक्षिक, समाज सेवा, खेल एवं बहादुरी के क्षेत्र के विजेता शामिल हैं.
बयान के अनुसार, 'भारत सरकार बच्चों को राष्ट्र निर्माण के एक सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ के रूप में मानती है. उनकी आशा, आकांक्षाओं को मान्यता देने के साथ ही उनकी उपलब्धियों को सम्मानित किया जाना चाहिए. यद्यपि सभी बच्चे बहुमूल्य होते हैं और उनकी उपलब्धियों की सराहना होनी चाहिए लेकिन कुछ ऐसे बच्चे हैं जिनकी उपलब्धियां कई अन्य के लिये प्रेरक होंगी.'
बता दें कि प्रधानमंत्री कार्यालय के बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी इसके साथ ही 1730 आदिवासी कलाकारों, एनसीसी कैडेटों, एनएसएस स्वयंसेवकों सहित अन्य कलाकारों से भी बातचीत करेंगे. इनमें गणतंत्र दिवस परेड की झांकियों के कलाकार भी हैं जिनसे वे 'एट होम' कार्यक्रम में मिलेंगे.
राष्ट्रीय बाल पुरस्कार समारोह : राष्ट्रपति ने 22 होनहार बच्चों को पुरस्कार से सम्मानित किया
गौरतलब है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार को इन बच्चों को पुरस्कार प्रदान किए थे.