अहमदाबाद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को गुजरात में हजीरा और घोघा के बीच रो-पैक्स फेरी सेवा को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हरी झंडी दिखाई. इस सेवा से समुद्री मार्ग के जरिये दूरी 370 किलोमीटर से घटकर 90 किलोमीटर होने की उम्मीद है. इससे समय और ईंधन की बचत होगी और राज्य के सौराष्ट्र क्षेत्र में पर्यावरण और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा आज घोघा और हजीरा के बीच रो-पैक्स सेवा शुरु होने से, सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात, दोनों ही क्षेत्रों के लोगों का बरसों का सपना पूरा हुआ है, बरसों का इंतजार समाप्त हुआ है. उन्होंने कहा, गुजरात में रो-पैक्स फेरी सेवा जैसी सुविधाओं का विकास करने में बहुत लोगों का श्रम लगा है, अनेक कठिनाइयां रास्ते में आई हैं. मैं उन सभी साथियों का आभारी हूं, उन तमाम इंजीनियर्स का, श्रमिकों का आभार व्यक्त करता हूं, जो हिम्मत के साथ डटे रहे.
आज गुजरात में समुद्री कारोबार से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर और कैपेसिटी बिल्डिंग पर तेजी से काम चल रहा है. जैसे गुजरात मेरीटाइम क्लस्टर, गुजरात समुद्री विश्वविद्यालय, भावनगर में सीएनजी टर्मिनल, ऐसी अनेक सुविधाएं गुजरात में तैयार हो रही हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार का प्रयास, घोघा-दहेज के बीच फेरी सर्विस को भी जल्द फिर शुरू करने का है. इस प्रोजेक्ट के सामने प्रकृति से जुड़ी अनेक चुनौतियां सामने आ खड़ी हुई हैं. उन्हें आधुनिक टेक्नोलॉजी के माध्यम से दूर करने का प्रयास किया जा रहा है.
समुद्री व्यापार-कारोबार के लिए एक्सपर्ट तैयार हों, ट्रेंड मैनपावर हो, इसके लिए गुजरात मेरीटाइम यूनिवर्सिटी बहुत बड़ा सेंटर है. आज यहां समुद्री कानून और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कानून की पढ़ाई से लेकर मैरीटाइम मैनेजमेंट, शिपिंग और लॉजिस्टिक्स में एमबीए तक की सुविधा मौजूद है.
उन्होंने कहा कि सामान को देश के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में ले जाने पर दूसरे देशों की अपेक्षा हमारे देश में आज भी ज्यादा खर्च होता है. वॉटर ट्रांसपोर्ट से कॉस्ट ऑफ लॉजिस्टिक्स को कम किया जा सकता है. इसलिए हमारा फोकस एक ऐसे इकोसिस्टम को बनाने का है जहां कार्गो की सीमलेस मूवमेंट हो सके.
लॉजिस्टिक्स पर होने वाले खर्च को कम करने के लिए अब देश मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहा है. कोशिश ये है कि रोड, रेल, एयर और शिपिंग से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर की आपस में कनेक्टिविटी भी बेहतर हो और इसमें जो सीलोस आते हैं, उनको भी दूर किया जा सके.
सूरत जिले में हजीरा और सौराष्ट्र के भावनगर में घोघा को जोड़ने वाले तीन-डेक रो-पैक्स नौका पोत वोएज सिम्फनी की भार क्षमता 30 ट्रकों,100 यात्री कारों और 500 यात्रियों और 34 चालक दल और आतिथ्य कर्मचारियों की हैं.