बेंगलुरू : कर्नाटक दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेंगलुरु में भारतीय विज्ञान कांग्रेस के 107वें सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि नए भारत को टेक्नोलॉजी भी चाहिए और लॉजिकल टेम्परामेंट भी चाहिए ताकि हमारे सामाजिक और आर्थिक जीवन के विकास को हम नई दिशा दे सकें.
पीएम ने कहा कि टेक्नोलॉजी सरकार और सामान्य मानवी के बीच का ब्रिज है. प्रोद्योगिकी से तेज विकास और सही विकास में संतुलन का काम करती है.यही कारण है कि जब ह्यूमन सेंसिविटी और आधुनित प्रोद्योगिकी का कोआर्डिनेशन बढ़ता है तो अभूतपूर्व परिणाम मिलते हैं.
कल हमारी सरकार ने एक रिकॉर्ड बनाया और पीएम किसान योजना के तहत 5 करोड़ किसानों के खाते में पैसे ट्रांस्फर किए. यह आधार कार्ड की तकनीक के माध्यम से ही संभव हो सका है.
उन्होंने कहा कि भारत को मजबूत और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन और ऊर्जा-भंडारण विकल्पों के लिए एक दीर्घकालिक रोडमैप विकसित करना होगा. ग्रिड-प्रबंधन के लिए उत्तरार्द्ध तेजी से महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि हम अपनी ऊर्जा-प्रबंधन आपूर्ति का विस्तार करते हैं.
पीएम ने कहा प्रौद्योगिकी ने हमें उन 8 करोड़ महिलाओं को पहचानने में मदद की है जो अभी भी खाना पकाने के लिए कोयले या लकड़ी का उपयोग कर रही थीं. इसने हमें यह समझने में भी मदद की कि प्रौद्योगिकी की मदद से कितने नए वितरण केंद्रों का निर्माण किया जाना चाहिए.
डिजिटल तकनीक, ई-कॉमर्स, इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग सेवाएं ग्रामीण आबादी की महत्वपूर्ण मदद कर रही हैं. आज, किसान कई ई-गवर्नेंस सुविधाओं के माध्यम से अपनी उंगलियों पर मौसम और पूर्वानुमान के बारे में आवश्यक जानकारी प्राप्त कर रहे हैं.
हम सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग करके विज्ञान को आसानी से और प्रभावी ढंग से सुनिश्चित करने के अपने प्रयासों को जारी रखे हुए हैं. आज, किसान बिचौलिये की दया के बिना, अपने उत्पादों को सीधे बाजार में बेच सकते हैं.
अगर दुनिया में सबसे बड़ी योजनाओं जैसे 'स्वच्छ भारत अभियान' और 'आयुष्मान भारत' की वैश्विक स्तर पर प्रशंसा हो रही है, तो इसका मुख्य कारण प्रौद्योगिकी और अच्छ्, प्रभावी प्रशासन है.
रिसर्च और डेवलपमेंट का एक ऐसा इकोसिस्टम इस शहर ने विकसित किया है, जिससे जुड़ना हर युवा वैज्ञानिक, हर इनोवेटर, हर इंजीनियर का सपना होता है. लेकिन इस सपने का आधार क्या सिर्फ अपनी प्रगति है? जी नहीं, यह सपना जुड़ा हुआ है, देश के कुछ कर दिखाने की भावना से.