नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 जून से जापान में होने वाले जी -20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अगले सप्ताह जापान जाएंगे, जहां वित्तीय स्थिरता, डब्ल्यूटीओ सुधार, काला धन और आतंकवाद जैसे मुद्दे भारत के एजेंडे में शीर्ष पर होंगे.
विदेश मंत्रालय के इस सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस, जापान, इंडोनेशिया, अमेरिका और तुर्की सहित 10 देशो के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे.
पीएम मोदी, पुतिन और शी जिनपिंग विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया, पीएम मोदी (आरआईसी) रूस,भारत, और चीन के नेताओं के साथ मुलाकात करेंगे. इसके अलावा उन्होंने जानकारी दी कि पीएम मोदी (ब्रिक्स) देशों ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के नेताओं से अनौपचारिक बैठक करेंगे.
बता दें कि पीएम मोदी छठी बार जी- शिखर के सम्मेलन में भाग लेंगे.
कुमार ने बताया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु जापान के ओसाका में दुनिया की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं की 14 वीं बैठक में भारत के शेरपा होंगे.
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वहीं, बैठक में भारत के एजेंडे के बारे में बात करते हुए, केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि भारत ऊर्जा सुरक्षा, वित्तीय स्थिरता, सुधार बहुपक्षवाद और डब्ल्यूटीओ सुधार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करेगा.
उन्होंने कहा कि भगोड़े आर्थिक अपराधियों की वापसी, आतंकवाद, पोर्टेबल सामाजिक सुरक्षा योजनाओं, आपदा-प्रतिरोधक बुनियादी ढांचे और साथ ही खाद्य सुरक्षा जैसे मुद्दों को भी भारत द्वारा उठाया जाएगा.
बता दें कि जी -20 में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं.