नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28-29 अक्टूबर को सऊदी अरब के दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने सऊदी के शाह बिन अब्दुल अजीज और युवराज मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की. पीएम मोदी ने अपने दौरे पर सुरक्षा, व्यापार और आतंकवाद सहित कई मुद्दों पर बातचीत कर मजबूती से भारत का पक्ष रखा.
मोदी सोमवार को यहां पहुंचे थे. प्रधानमंत्री ने सऊदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज और वली अहद मोहम्मद बिन सलमान के साथ अनेक मुद्दों पर बातचीत की और इस दौरान अहम मुद्दों पर समन्वय के लिए रणनीतिक साझेदारी परिषद का गठन किया गया.
दोनों देशों की ई-प्रवासन प्रणाली के बीच समन्वयन पर भी एक समझौता हुआ. साम्राज्य में रूपे कार्ड शुरू करने के संबंध में भी एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए गए.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर जानकारी दी,'द्विपक्षीय संबंधों में उल्लेखनीय प्रगति के साथ रवाना हो रहे हैं. भारत और सऊदी अरब के बीच संबंधों को आगे बढ़ाने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रियाद से रवाना.'
मोदी ने यहां 'फ्यूचर इन्वेस्टमेंट इनिशिएटिव' को भी संबोधित किया. इसे मरुभूमि में दावोस कहा जा रहा है. अपने संबोधन में मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में सुधार पर जोर दिया और कहा कि कुछ शक्तिशाली देश इस वैश्विक निकाय का उपयोग संघर्ष को समाप्त करने के लिए एक संस्था के बजाए इसे एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं.