गुरुग्राम : चीन से तनातनी के बीच पांच राफेल विमान की पहली खेप भारत पहुंच चुकी है. इन पांच विमानों में तीन सिंगल सीटर और दो डबल सीटर विमान शामिल हैं. ये विमान भारतीय वायु सेना के स्क्वाड्रन नंबर 17 'द गोल्डन एरोज' में शामिल किए गए हैं. बुधवार दोपहर ये विमान अंबाला स्थित एयरबेस पर लैंड हुए. ये खबर हरियाणा को खासतौर पर गर्व से भरने वाली है क्योंकि इन विमानों के पायलट में हरियाणा के रहने वाले पायलट रोहित कटारिया भी शामिल रहे हैं.
हरियाणा का लाल राफेल का पायलट
पायलट रोहित कटारिया गुरुग्राम के बसई गांव के रहने वाले हैं. रोहित के पिता भी आर्मी से कर्नल रिटायर्ड हैं और करनाल के सैनिक स्कूल में प्रिंसिपल रहे हैं. घर से ही सैनिक माहौल को देखते हुए रोहित कटारिया का रुझान सेना की ओर था. पहले सैनिक स्कूल करनाल और उसके बाद एनडीए में रोहित का सेलेक्शन हुआ और फिर देहरादून आईएमए से ट्रेनिंग लेकर रोहित एयरफोर्स में शामिल हुए थे.
पोते की कामयाबी देख छलके दादा के आंसू
रोहित कटारिया के दादा नारायण सिंह ने कहा कि उन्हें अपने पोते पर बेहद गर्व है. मैं रोहित को कहता था कि तेरे करतब देखना चाहता हूं, आज पोते रोहित का करतब पूरी दुनिया ने देखा है. मेरे पोते ने देश और हरियाणा के साथ-साथ गुरुग्राम और बसई गांव का नाम भी रौशन किया है. रोहित की इस कामयाबी पर बात करते हुए दादा की आंखों में खुशी के आंसू छलक आए.