नई दिल्ली : खुफिया एजेंसियों ने उत्तर भारत में विशेषकर दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) और उत्तर प्रदेश में कट्टरपंथी इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के विस्तार को लेकर सरकार को आगाह किया है.
एजेंसियों ने गृह मंत्रालय (एमएचए) को दिए गए अलर्ट में यह भी उल्लेख किया है कि इसके स्लीपर सेल के विभिन्न सदस्य दिल्ली के साथ-साथ इससे लगे नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भी रहते हैं. इसके अलावा उन्होंने उत्तर प्रदेश में भी अपने पैर पसारे हैं.
यह पता चला है कि पीएफआई के हैंडलरों को जैसी ही उत्तर-भारतीय राज्यों में किसी भी घटना को भुनाने का अवसर दिखाई देता है, तो वह अपने स्लीपर सेल को तुरंत ही सक्रिय कर देते हैं. वह भारत में हिंसा फैलाने के किसी भी मौके से चूकना नहीं चाहते हैं.
इसके अलावा ऐसा भी संदेह है कि पीएफआई के प्रतिबंधित संगठन स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के साथ संबंध हैं और यह अपने समूह के लिए सदस्यों की भर्ती करने के साथ-साथ अपने विभिन्न अन्य मॉड्यूल की स्थापना भी कर रहा है.
एक 19 वर्षीय लड़की के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म और हत्या से जुड़े हालिया हाथरस मामले को लेकर संगठन के चार संदिग्ध सदस्य हिंसक गतिविधियों को अंजाम देने की फिराक में थे, मगर इससे पहले ही उन्हें दबोच लिया गया. इन संदिग्ध सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद ही यह इनपुट साझा किए गए हैं.
उत्तर प्रदेश पुलिस ने जिन चार लोगों को हिरासत में लिया है, वह कथित रूप से पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और इसके एक सहयोगी संगठन से जुड़े हैं.
चारों को सोमवार रात मथुरा से उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वे दिल्ली से हाथरस जा रहे थे.