नई दिल्ली: एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 लोकसभा चुनाव जीतने वाली पार्टी भाजपा के लगभग 74 फीसदी उम्मीदवारों को 50 फीसदी से ज्यादा वोट मिले, जबकि कांग्रेस के लिए यह आंकड़ा 35 फीसदी रहा.
रिपोर्ट में कहा गया है कि 17वीं लोकसभा के सदस्यों ने औसतन 52.7 प्रतिशत मतों से अपनी सीटें जीतीं, जो 2014 में (47 प्रतिशत) और 2009 में (44 प्रतिशत) से अधिक थी.
इस रिपोर्ट में कहा कहा गया है कि 341 निर्वाचित सदस्यों को 50 प्रतिशत से अधिक वोट मिले और 201 को 542 सीटों में से 50 प्रतिशत से कम वोट मिले, जिस पर चुनाव हुए थे. वहीं, सात उम्मीदवार 2000 से कम मतों के अंतर से जीते.
रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा द्वारा जीती गई 303 सीटों में से 79 (26 प्रतिशत) कुल मतों के 50 प्रतिशत से कम मतों से जीती गई. कांग्रेस के लिए 52 में से 34 (65 प्रतिशत), DMK के 23 में से चार (17 प्रतिशत), तृणमूल कांग्रेस के 22 विजेताओं में से 16 (73 प्रतिशत) और वाईएसआरसीपी 22 में से 9 (41 प्रतिशत) हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि घोषित आपराधिक मामलों में 233 विजेताओं में से 132 (57 प्रतिशत) ने 50 प्रतिशत या उससे अधिक वोट शेयर के साथ जीत दर्ज की. वहीं रिपोर्ट के मुताबीक एक विश्लेषण में 475 करोड़पति विजेताओं में से 313 (66 प्रतिशत) ने 50 प्रतिशत या उससे अधिक वोट शेयर के साथ जीत हासिल की.
रिपोर्ट में कहा गया है कि घोषित आपराधिक मामलों वाले 233 विजेताओं में से 115 ने स्वच्छ छवि वाले रनर अप के खिलाफ जीत हासिल की है. उन्होंने कहा, 'इन 115 विजेताओं में से 6 विजेताओं ने 40 प्रतिशत से अधिक अंतर से जीत हासिल की है. गुजरात के नवसारी निर्वाचन क्षेत्र से आर पाटिल (भाजपा) ने 52.7 प्रतिशत जीत के साथ जीत दर्ज की है.'
रिपोर्ट में कहा गया है कि स्वच्छ छवि वाले 115 विजेता हैं, जो घोषित आपराधिक मामलों के साथ रनर अप के खिलाफ जीते हैं. इन 115 विजेताओं में से सात ने 40 प्रतिशत से अधिक जीत के साथ जीत हासिल की.
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इसमें कहा गया है कि 475 करोड़पति विजेताओं में से 54 ने गैर-करोडपति उपविजेता के खिलाफ जीत दर्ज की है. इन 54 विजेताओं में से 5 विजेताओं ने जीत का 30 प्रतिशत से अधिक अंतर से जीत हासिल की है. राजस्थान के चित्तौड़गढ़ निर्वाचन क्षेत्र से चंद्र प्रकाश जोशी (भाजपा) ने 39.5 प्रतिशत जीत के साथ जीत दर्ज की है.
48 गैर-करोड़पति विजेता हैं, जिन्होंने करोड़पति उपविजेताओं के खिलाफ जीत हासिल की, जिनमें से 21 प्रतिशत ने 50 प्रतिशत से अधिक वोट शेयर के साथ जीत दर्ज की. 542 विजेताओं में से 78 महिलाएं हैं. रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि गुजरात के सूरत से दर्शन विक्रम जर्दोश (भाजपा) ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में सबसे अधिक 74.47 प्रतिशत और जीत का प्रतिशत 51.3 प्रतिशत के साथ जीता है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि 225 पुन: निर्वाचित विजेताओं में से 160 (70 प्रतिशत) ने 50 प्रतिशत से अधिक वोट प्राप्त करके जीत हासिल की. वहीं 28 निर्वाचित सदस्यों ने पांच प्रतिशत से कम जीत के अंतर से जीत दर्ज की, जबकि 15 ने 40 प्रतिशत से अधिक जीत के अंतर से जीत दर्ज की.
रिपोर्ट में कहा गया है कि 1.06 प्रतिशत लोगों ने NOTA के लिए मतदान किया जो 2014 लोकसभा चुनावों के लिए NOTA के आंकड़े से थोड़ा कम था. 2013 में ईसीआई द्वारा स्थापित NOTA बटन ने मतदाताओं को अपने निर्वाचन क्षेत्र में सभी उम्मीदवारों को अस्वीकार करने का विकल्प दिया.
2019 लोकसभा में 61,31,33,300 वोटों में से 65,14,558 लोगों ने (1.06 प्रतिशत) नोटा के लिए मतदान किया गया. जबकि लोकसभा, 2014 ,60,02, 942 (1.08) में 55,38,02, 946 मतों में से मतदान हुआ. प्रतिशत) NOTA के लिए मतदान किया गया.