हैदराबाद : दुनियाभर में कोरोना वायरस का कहर जारी है. इस वायरस से संक्रमित व्यक्तियों को सांस लेने में तकलीफ होती है. श्वास रोग विशेषज्ञों के अनुसार सांस रोग से पीड़ित व्यक्तियों के लिए कोरोना वायरस ज्यादा खतरनाक है. कोविड-19 के लक्षणों को वह रोगी ज्यादा अनुभव कर सकते हैं जो सांस संबंधी समस्या से पीड़ित हैं या जिनकी प्रतिरक्षा क्षमता कम है.
कोरोना वायरस के हल्के या अनुपस्थित लक्षण का पता नहीं चल पाता है, जिससे निमोनिया होने की संभावना बढ़ जाती है. यह रोग लोगों के जीवन के लिए भी खतरा बन जाता है.
अमेरिकन लंग (फेफड़ा) एसोसिएशन के अनुसार, दुनिया भर में फैली कोरोना महामारी के समय में अस्थमा और क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी रोग (Chronic Obstructive Pulmonary Disease ) वाले लोगों के लिए यह जरूरी है कि वह अपने रखरखाव की दवा को संभाल कर रखें.
एसोसिएशन ने कहा कि ऐसे लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य नियमों का पालन करना चाहिए. संक्रमित लोगों के संपर्क में आने से बचना चाहिए. यदि फेंफड़ों में संक्रमण बढ़ता है तो इससे शरीर के बुनियादी ढांचे पर असर पड़ेगा.
लंग एसोसिएशन ने कहा कि इसी तरह जो लोग धूम्रपान करते हैं उनके लिए भी कोरोना वायरस ज्यादा घातक है.
एसोसिएशन ने कहा कि धूम्रपान करने से श्वसन नलिकाओं और फेफड़ों में सूजन आ जाती है, जिससे प्रतिरक्षा क्षमता कम हो जाती है. कोविड-19 के संपर्क में आने से ऐसे लोगों को लिए जोखिम बढ़ सकता है.