पटना/कटिहार: एक दौर था जब समुदाय विशेष के लोग चूहा खाकर गुजारा करते थे. प्रकृति के प्रकोप ने एक बार भी मानव जाति को सदियों पुरानी जीवन शैली अपनाने को मजबूर कर दिया है. पूरा प्रदेश इन दिनों भयानक बाढ़ झेल रहा है. जन-जीवन बुरी तरह बाधित है. हर ओर चीख-पुकार मची है.
इसी प्रकृति के कहर के बीच मानवता को शर्मसार करने वाली तस्वीरें सामने आई हैं. बाढ़ पीड़ित इतने लाचार हैं कि किसी भी हद तक जा रहे हैं. दरअसल, कटिहार में सरकारी मदद न मिलने से लाचार कई परिवार अब जिंदा रहने के लिए चूहे मार कर खा रहे हैं. बाढ़ के बाद भूख की मार भी इस कदर उनपर हावी हो रही है कि वह किसी तरह बस अपना जीवन बचा रहे हैं.
फंसे हुए हैं सैकड़ों लोग
दिल को दहला देने वाली यह घटना कटिहार के दंडखोरा इलाके की हैं. जहां महानंदा नदी का पानी गांव में घुसने से गांव डूब गया है. ग्रामीणों का संपर्क शहरी इलाकों से पूरी तरह टूट गया है. लिहाजा, लोग बुरी तरह फंस गए हैं. और अपने गांव से बाहर नहीं आ पा रहे हैं. कई हफ्ते बीत जाने के बाद भी उन्हें कोई सरकारी मदद नहीं मिली है, जिससे उनमें काफी आक्रोश है. किसी तरह चूहे खाकर लोग अपना जीवन यापन करने को मजबूर हैं.