हैदराबाद : कोरोना संकट के बीच देशभर में लॉकडाउन लागू है. ऐसे में समझदार लोग सोशल डिस्टेंसिंग का महत्व समझकर अपने घरों में सिमटे हुए हैं और जरूरत का सामान लेने ही घर से बाहर निकल रहे हैं. लेकिन इन सबके इतर कुछ लोग कोरोना से लड़ाई के लिए बनाए गए इन नियमों की धज्जियां उड़ाते भी नजर आ रहे हैं. दरअसल, राज्य सरकारों ने अपने-अपने क्षेत्र में शराब की दुकानें खोलने की इजाजत दी है. लेकिन दुकानें खुलने से पहले ही शराब के दीवाने शराब खरीदने के लिए लंबी-लंबी कतारें लगाकर खड़े हो गए. आमतौर पर इतनी भीड़ राशन-पानी की दुकानों पर भी देखने को नहीं मिलती, जितनी शराब के ठेकों के पास नजर आ रही है.
हालांकि प्रशासन ने कुछ शर्तों के साथ शराब की दुकानें खोली हैं. जैसे, ठेके के पास बनाए सर्कल पर खड़े रहकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, मास्क लगाना और शराब की निर्धारित मात्रा इत्यादि. लेकिन इन सबके विपरीत कुछ और ही नजर आ रहा है. लोग अपनी जान हथेली पर रखकर लाइनों में खड़े सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियम-कानूनों का मजाक बनाते दिख रहे हैं. ऐसा लग रहा है मानो शराब के बिना कुछ नहीं.
सरकार ने शराब की बिक्री को मंजूरी तो दे दी लेकिन उन नियम कानूनों का क्या, जो कोरोना से लड़ने में मददगार साबित हो रहे हैं. देश की आर्थिक व्यवस्था वैसे ही कोरोना से चरमरा गई है. लाखों-करोड़ों का नुकसान हो रहा है. ऐसे में राजस्व के लिए शराब की दुकानें खोलना लोगों की जान जोखिम में डालने जैसा प्रतीत होता है.
चंडीगढ़ में शराब खरीदने पहुंचे लोग
हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ में भी शराब की खरीदारी करते लोग नजर आए. इस दौरान दुकान के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करने के लिए थोड़ी दूरी पर सर्कल भी बनाए गए हैं. ईटीवी भारत संवाददाता ने शराब खरीदने पहुंचे लोगों से बातचीत की.