मुंबई: दही हांडी उत्सव मनाने के दौरान मुंबई में कम से कम 119 और ठाणे में 14 गोविंदा जख्मी हो गए. अधिकारियों ने बताया कि कई इलाकों में भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के मौके पर आयोजित दही हांडी के समारोह फीके ही रहे.
BMC के एक अधिकारी ने बताया कि अधिकतर गोविंदा दही हांडी तोड़ने के लिए बनाए गए अपने मानव पिरामिड गिरने की वजह से जख्मी हुए हैं. इस बार जन्माष्टमी का उत्सव कई इलाकों में फीका रहा.
कई दही हांडी आयोजकों ने राज्य में आई विनाशकारी बाढ़ से प्रभावित लोगों के प्रति एकजुटता दिखाई और और कुछ मंडलों ने राहत कार्य के लिए पैसे दान करने का फैसला किया. नगर निकाय के एक अधिकारी ने बताया कि 26 गोविंदाओं को मुंबई के नगर निकाय के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है जबकि बाकी को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई.
नगर निकाय के एक अधिकारी ने बताया कि ठाणे में मानव पिरामिड से गिरने की वजह से 10 साल के एक बच्चे की पैर की हड्डी टूट गई है. उसका एक अस्पताल में इलाज चल रहा है.
पढ़ें:महाराष्ट्र के भिवंडी में चार मंजिला इमारत गिरी- 2 की मौत, पांच घायल
अधिकारी ने बताया कि ठाणे में ही, एक पिरामिड एक किशोरी पर गिर गया, जिस वजह से वह घायल हो गई. महाराष्ट्र में दही हांडी जन्माष्टमी उत्सव का हिस्सा है जिसमें युवा जिन्हें गोविंदा कहते हैं रंगबिरंगे कपड़ों में मानव पिरामिड बनाकर दही की हांडी फोड़ने की कोशिश करते हैं.
महिला गोविंदाओं के संगठन गोरखनाथ महिला दही हांडी पाठक मंडल ने फैसला किया कि उसकी सदस्य केवल परंपरा को कायम रखने के लिए त्योहार मनाएंगी. मंडल के संस्थापक भाऊ कोरेगांवकर ने कहा, 'हम बाढ़ की वजह से मुश्किलों का सामना कर रहे अपने भाइयों और बहनों को नहीं भूल सकते'. हमारी महिलाएं आयोजन स्थल पर जाएंगी और केवल दही हांडी फोड़ेंगी.